टेस्टोस्टेरोन थेरेपी से क्या होता है?


By Vinay Shuklauniversetv.in

टेस्टोस्टेरोन क्या है?

टेस्टोस्टेरोन थेरेपी एक मेडिकल ट्रीटमेंट है, जो उन लोगों को दिया जाता है, जिनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। यह ऊर्जा, मसल स्ट्रेंथ और सेक्स हेल्थ में बड़ा सुधार ला सकता है, लेकिन इसके कुछ फायदे और साइड इफेक्ट्स भी हैं।

मसल्स स्ट्रेंथ और स्टेमिना बढ़ना

यह शरीर में प्रोटीन सिंथेसिस को तेज करता है, जिससे मांसपेशियों में ग्रोथ और ताकत बढ़ती है। यह स्पोर्ट्स, बॉडी बिल्डिंग और फिटनेस में मददगार है।

मुंहासे, चेहरे-शरीर पर तेल बढ़ना

हार्मोनल बदलाव से स्किन जल्दी ऑयली हो सकती है और चेहरे पर एक्ने होने लगते हैं। यह स्किन से जुड़ी कई परेशानियों को बढ़ावा देता है।

बेहतर सेक्शुअल हेल्थ

लो टेस्टोस्टेरोन लेवल वाले लोगों में इसका सीधा प्रभाव लिबिडो, इरेक्शन और क्षमता पर पड़ता है। थेरेपी से सेक्स लाइफ में बड़ा बदलाव आ सकता है।

हार्ट और ब्लड प्रेशर का खतरा

टेस्टोस्टेरोन हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्लड क्लॉटिंग का जोखिम बढ़ा सकता है, इसलिए हार्ट पेशेंट्स को खास सावधानी बरतनी चाहिए।

एनर्जी और मूड में सुधार

कम टेस्टोस्टेरोन से थकान, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन होता है। थेरेपी से ऊर्जा स्तर बढ़ते हैं और मूड बेहतर होता है।

बेहतर नींद और कॉन्फिडेंस

नींद की गुणवत्ता सुधरती है और शरीर में आने वाले पॉजिटिव बदलाव आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं।

फर्टिलिटी कम होना

लंबे समय तक थेरेपी से स्पर्म काउंट कम हो सकता है, जिससे बच्चा पैदा करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।

टेस्टोस्टेरोन थेरेपी के ये फायदे और नुकसान हैं। हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें universetv.in के साथ।