
टेस्टोस्टेरोन थेरेपी एक मेडिकल ट्रीटमेंट है, जो उन लोगों को दिया जाता है, जिनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। यह ऊर्जा, मसल स्ट्रेंथ और सेक्स हेल्थ में बड़ा सुधार ला सकता है, लेकिन इसके कुछ फायदे और साइड इफेक्ट्स भी हैं।
यह शरीर में प्रोटीन सिंथेसिस को तेज करता है, जिससे मांसपेशियों में ग्रोथ और ताकत बढ़ती है। यह स्पोर्ट्स, बॉडी बिल्डिंग और फिटनेस में मददगार है।
हार्मोनल बदलाव से स्किन जल्दी ऑयली हो सकती है और चेहरे पर एक्ने होने लगते हैं। यह स्किन से जुड़ी कई परेशानियों को बढ़ावा देता है।
लो टेस्टोस्टेरोन लेवल वाले लोगों में इसका सीधा प्रभाव लिबिडो, इरेक्शन और क्षमता पर पड़ता है। थेरेपी से सेक्स लाइफ में बड़ा बदलाव आ सकता है।
टेस्टोस्टेरोन हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्लड क्लॉटिंग का जोखिम बढ़ा सकता है, इसलिए हार्ट पेशेंट्स को खास सावधानी बरतनी चाहिए।
कम टेस्टोस्टेरोन से थकान, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन होता है। थेरेपी से ऊर्जा स्तर बढ़ते हैं और मूड बेहतर होता है।
नींद की गुणवत्ता सुधरती है और शरीर में आने वाले पॉजिटिव बदलाव आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं।
लंबे समय तक थेरेपी से स्पर्म काउंट कम हो सकता है, जिससे बच्चा पैदा करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
टेस्टोस्टेरोन थेरेपी के ये फायदे और नुकसान हैं। हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें universetv.in के साथ।