नई दिल्लीः पिछले कई दिनों से चली गहमागहमी के बाद आखिरकार अमेरिका के  अगले राष्ट्रपति की तस्वीर साफ हो गई। डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में बाजी मार ली है। डोनाल्ड ट्रंप को हराकर बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। बाइडेन को 273 वोट मिले हैं। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में 214 इलेक्टोरल वोट गए। यह जीत निर्णायक राज्य पेनसिल्वेनिया में बाइडेन के जीत के बाद तय हुई है।

अब जब जो बाइडेन दुनिया के सबसे ताकतवर देश माने जाने वाले अमेरिका के बॉस बनने जा रहे हैं, तो दुनिया की निगाहें भी उनपर टिकी हैं। हर कोई उनके बारे में जानना चाहता है।

यहां हम आपको बाइडन के भारत से रिश्ते के बारे में बताने जा रहे हैं।

जो बाइडन का भारत से है  खास रिश्ता

डेमोक्रेटिक उम्‍मीदवार बाइडन वर्ष 2013 में बतौर उपराष्ट्रपति भारत आए थे। तब उन्होंने मुंबई में एक भाषण के दौरान अपने भारतीय कनेक्‍शन को उजागर किया था। बाइडन कहा था कि वर्ष 1972 में जब वह पहली बार सीनेट के सदस्य बने थे, तो उन्हें मुंबई से एक बाइडन का पत्र मिला था।

मुंबई वाले बाइडन ने उन्हें बताया कि दोनों के पूर्वज एक ही हैं। उक्त पत्र में उन्हें जानकारी दी गई थी कि उनके पूर्वज 18वीं सदी में ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करते थे। बाइडन ने अफसोस भी जताया कि इस बारे में वह विस्तार से पता नहीं लगा सके।

वर्ष 2015 में उन्‍होंने वाशिंगटन में इंडो-यूएस फोरम की बैठक में फिर इस घटना का जिक्र किया था। उन्‍होंने बताया कि संभवत: उनके पूर्वज ने एक भारतीय महिला से शादी की थी, जिसके परिवार के लोग अभी भी वहां हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि मुंबई में तब बाइडन सरनेम के पांच लोग थे, जिनके बारे में एक पत्रकार ने उन्हें जानकारी दी थी। तब बाइडन ने यह चुटकी भी ली थी कि वह भारत में भी चुनाव लड़ सकते हैं।