नई दिल्ली । कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए उन निशाना साधा है और प्रधानमंत्री को सबसे बड़े ड्रामेबाज तक कह दिया। कांग्रेस का यह बयान तब आया है, जब संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि विपक्ष संसद में ड्रामा कर रहा है। प्रधानमंत्री ने विपक्ष से पराजय की बौखलाहट को भुलाकर संसद में सार्थक चर्चा करने की अपील की।
खरगे बोले- ड्रामा खत्म करके असल मुद्दों पर चर्चा करें
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में आरोप लगाया कि लोगों के असल मुद्दों को सुलझाने के बजाय प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर ड्रामेबाजी की है। खरगे ने कहा कि ‘सरकार बीते 11 वर्षों से लगातार संसदीय मर्यादा और व्यवस्था को रौंद रही है और ऐसी घटनाओं की लंबी फेहरिस्त मौजूद है।’ खरगे ने लिखा, ‘भाजपा को अब लोगों का ध्यान भटकाने वाले इस ड्रामे को खत्म करके संसद में असल मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए और लोगों का सामना करना चाहिए।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘आम आदमी बेरोजगारी, महंगाई, आर्थिक असमानता और देश के संसाधनों की लूट से जूझ रहा है। जो लोग सत्ता में हैं, वे ड्रामेबाजी का खेल खेल रहे हैं और सत्ता के अहंकार से भरे हैं।’ खरगे ने कहा, ‘एसआईआर प्रक्रिया में काम के बोझ के कारण बीएलओ लगातार जान दे रहे हैं। विपक्ष, वोट चोरी सहित अन्य मुद्दों को प्राथमिकता देना चाहता है और संसद में हम इसे लगातार उठाएंगे।’
पीएम मोदी के इस बयान से बिफरी कांग्रेस
संसद सत्र की शुरुआत में मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘मेरा आग्रह रहेगा कि संसद में चर्चा को गंभीरता से लें, ड्रामा करने के लिए बहुत जगह होती है, जिसे करना है करता रहे, यहां ड्रामा नहीं डिलीवरी होनी चाहिए। नारे के लिए पूरा देश पड़ा है, जहां हारे वहां बोल चुके और जहां हारने जा रहे हैं, वहां भी बोल लेना। यहां नारे नहीं नीति पर बात होनी चाहिए। हो सकता है कि राजनीति में नकारात्मकता कुछ काम आती होगी लेकिन राष्ट्र निर्माण की सोच भी होनी चाहिए। नकारात्मकता को मर्यादा में रखकर राष्ट्र निर्माण पर ध्यान दें।’
‘संसद में जनता के मुद्दे उठाना ड्रामा नहीं’
पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा, ‘चुनाव की स्थिति, एसआईआर, प्रदूषण बड़े मुद्दे हैं। इन पर चर्चा होनी चाहिए। संसद फिर किसलिए हैं? ये कोई ड्रामा नहीं है। मुद्दों को उठाना और उन पर बात करना ड्रामा नहीं है। जनता के लिए अहम मुद्दों पर लोकतांत्रिक चर्चा कोई ड्रामा नहीं है।’
‘खुद नारे लगा रहे और हमें नारे न लगाने की सलाह दे रहे’
प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, जब भी आप कोई बयान दें तो कम से कम ये सोचकर बोलें कि आप लोग क्या कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नारेबाजी की बात करते हैं, लेकिन ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाकर भाजपा ने ही शुरू की। जब पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जैसे नेता प्रधानमंत्री थे, क्या तब ऐसी चीजें होती थीं? क्या लोग सदन में घुसते समय उनके नाम के नारे लगाते थे? विपक्ष का काम सरकार की नीतियों की आलोचना करना है। लेकिन सरकार नारे लगा रही है और फिर हमें नारे न लगाने की सलाह दे रही है।’