वॉशिंगटन।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच मई में हुए संघर्ष का जिक्र किया और इसे रोकने का क्रेडिट खुद को दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस दौरान लड़ाकू विमानों के गिराए जाने की बात भी दोहराई लेकिन इस बार आश्चर्यजनक रूप से उन्होंने जेट की संख्या को बढ़ाकर 8 कर दिया। ट्रंप ने इसके पहले भी कई बार विमानों की संख्या को बढ़ा चुके हैं लेकिन पिछले काफी समय से वह 7 फाइटर जेट गिराए जाने का दावा कर रहे थे। यह पहली बार है जब उन्होंने 8 लड़ाकू विमानों के गिराए जाने की बात कही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ट्रंप स्वीकार कर रहे हैं कि इस दौरान पाकिस्तान के पास मौजूद F-16 भी गिराया गया था।
ट्रंप ने कहा, ‘मैंने 8 युद्ध खत्म किए हैं। पाकिस्तान और भारत, मैंने न्यूजपेपर में देखा कि उनके बीच युद्ध छिड़ गया है… 8 प्लेन.. 7 प्लेन गिरा दिए गए थे। आठवां बुरी तरह क्षतिग्रस्त था। वास्तव में 8 विमानों को मार गिराया गया। मैंने कहा कि ये युद्ध है और वे ये करने जा रहे हैं। दोनों परमाणु संपन्न देश हैं। मैंने कहा कि मैं आप लोगों के साथ कोई ट्रेड डील नहीं करने जा रहा जब तक आप शांति नहीं लाते। अगर आप एक-दूसरे से लड़ते रहेंगे तो आपके साथ कोई डील नहीं होगी। उन्होंने जंग रोक दी।’
ट्रंप ने पहली बार किया 8 प्लेन का जिक्र
ट्रंप ने कहा कि भारत-पाकिस्तान युद्ध रोकने में टैरिफ की बहुत भूमिका थी। अगर टैरिफ न होता इसे रोकना संभव नहीं था। यह पहली बार है जब डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान युद्ध में 8 प्लेन का जिक्र किया है। इसके पहले वह 7 प्लेन गिराए जाने की बात करते रहे हैं। ट्रंप का ताजा बयान भारत के उस दावे का समर्थन करता है जिसमें कहा गया है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कई पाकिस्तानी को मार गिराया था, जिनमें F-16 भी शामिल था।
F-16 था आठवां प्लेन?
ट्रंप ने अपने बयान में यह भी कहा है कि 8वां प्लेन बुरी तरह घायल था। भारत ने भी कहा था उसने जमीन पर खड़े F-16 को निशाना बनाया था। ऐसे में यह माना जा सकता है कि ट्रंप का बयान F-16 को मार गिराए जाने की स्वीकारोक्ति है। अमेरिकी राष्ट्रपति लगातार भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने का क्रेडिट लेते रहे हैं। भारत ने बार-बार ट्रंप के इस दावे से इनकार किया है और कहा है कि युद्धविराम की मांग पाकिस्तान की तरफ से की गई थी और इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी।