क्राइस्टचर्च। ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 71 रनों से मात देकर विश्व कप ट्रॉफी जीत ली है। यह ऑस्ट्रेलिया की रिकॉर्ड 7वीं विश्व कप ट्रॉफी है और टूर्नामेंट के मौजूदा संस्करण में कंगारू टीम किसी से नहीं हारी। ऑस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले में पहले बैटिंग करते हुए एलिसा हीली के 170 रनों की बदौलत 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 356 रन बनाए थे जिसके जवाब में इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम 43.4 ओवर में केवल 285 रन बनाकर ढेर हो गई।
इंग्लैंड की ओर से नटाली स्कीवर ने 121 गेंदों में 148 रनों की पारी खेली लेकिन बाकि किसी बल्लेबाज का साथ नहीं मिल सका। बड़े टारगेट का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम को डेनिली वॉट के रूप में पहला झटका केवल 12 रन के स्कोर पर लगा। इसके बाद टैमी बीमॉन्ट भी 27 रन बनाकर आउट हो गई। कप्तान हीथर नाइट्स ने 25 गेंदों पर 26 रन बनाए और उनके आउट होने के बाद इंग्लिश पारी के लिए विकेट संभालना मुश्किल हो गया, जबकि एक छोर पर नटाली तेजी से रन बनाती जा रहीं थीं और दूसरे छोर पर विकेट के गिरने को भी देख रहीं थी।
विकेटकीपर एमी जोन्स ने 18 गेंदों पर 20 रन बनाए, सोफिया डंकले ने 22 रनों का योगदान दिया और फिर पुच्छले बल्लेबाज कुछ नहीं कर सके। केवल नटाली ही अंत तक नाबाद रहीं। ऑस्ट्रेलिया की ओर से मेगान स्कट ने 2 और डार्सी ब्राउन व जेस जोनासन ने 3-3 विकेट लिए।
इस मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया लेकिन ऑस्ट्रेलिया की ओपनर एलिसा हेली ने अंग्रेजों के अरमानों पर पानी फेरने वाली पारी खेलते हुए अपनी टीम को 50 ओवरों में 356 रनोें का बड़ा स्कोर दे दिया। एलिसा हेली ने ओपन करते हुए ताबड़तोड़ पारी खेली। उन्होंने केवल 138 गेंदों पर 170 रन बनाए और साथी ओपनर रचेल हेयन्स के साथ 160 रनों की साझेदारी की। मूनी ने 47 गेंदों पर 62 रनों की पारी खेली जिसमें 8 चौके लगे।