पटना। बिहार के राजनीति के लिए मंगलवार का दिन अहम रहा। राबड़ी आवास को खाली करने का भवन निर्माण विभाग ने आदेश जारी कर दिया। राबड़ी आवास के खाली करने के आदेश से सियासी गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। इसी बीच राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वो लोग जो हो सकेगा वो सब करेंगे लेकिन राबड़ी आवास को खाली नहीं करेंगे। साथ ही उन्होंने नीतीश सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक द्वेष में की गई है।
प्रदेश अध्यक्ष का आरोप
दरअसल, बिहार में जहां एक ओर नई सरकार के गठन के बाद प्रशासनिक प्रक्रिया तेज है। तो वहीं दूसरी ओर लालू परिवार की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार और परिवारिक कलह के उजागर होने के बाद अब लालू परिवार से राबड़ी आवास भी छीन गया है। नई सरकार के भवन निर्माण विभाग ने विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी के मौजूदा सरकारी आवास 10, सर्कुलर रोड का आवंटन रद्द कर दिया है। विभाग ने राबड़ी देवी को नया आवास 39, हार्डिंग रोड आवंटित किया है, जो अब उनका नया सरकारी पता होगा।
नहीं खाली करेंगे राबड़ी आवास
राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने राबड़ी देवी के सरकारी आवास खाली करने के सवाल पर साफ शब्दों में कहा कि. “कुछ भी करना पड़े, करेंगे… लेकिन बंगला खाली नहीं करेंगे।” उन्होंने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लालू यादव और उनके परिवार के प्रति द्वेष और राजनीतिक विद्वेष के कारण यह कार्रवाई की जा रही है। यह पूरी तरह राजनीतिक कारणों से प्रेरित कदम है। सिर्फ तर्क गढ़े जा रहे हैं, प्रशासनिक मजबूरी का कोई आधार नहीं है।
“20 साल तक क्यों नहीं खाली कराया?”
मंडल ने सवाल उठाया कि राबड़ी देवी 20 वर्षों से पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में उस बंगले में रह रही हैं। अगर यह गलत था, तो इतने सालों में मकान क्यों नहीं खाली कराया गया? एक ही परिवार से दो पूर्व मुख्यमंत्री उसी आवास में रहते हैं, फिर भी अब जाकर इसे क्रान्कित (रद्द) करने की कोशिश क्यों? मंडल ने कहा कि यह कदम जबरन अपमानित करने की राजनीति है।
NDA सरकार पर हमला
राजद प्रदेश अध्यक्ष ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वास पाने की कोशिश में हैं। क्योंकि गृह विभाग अब बीजेपी के पास है, इसलिए सरकार लालू परिवार को निशाना बना रही है। भाजपा–आरएसएस का भरोसा हासिल करने के लिए लालू परिवार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।