डेस्क। बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की शादी को 52 साल हो चुके और आज भी कपल की बॉन्डिंग और रिलेशन किसी मिसाल से कम नहीं है। जया बच्चन और अमिताभ बच्चन दोनों ही अपनी पर्सनल लाइफ को ग्लैमर और पब्लिक की नजरों से दूर ही रखना पसंद करते हैं। लेकिन अब हाल ही में जया बच्चन ने मुंबई में हुए वी द वीमेन इवेंट में एक पैनल डिस्कशन में हिस्सा लिया और इ दौरान उन्होंने पहली बार अमिताभ बच्चन के साथ अपने रिलेशन पर खुलक बात की। बातचीत के दौरान जया बच्चन ने अमिताभ बच्चन के बारे में बात करते हुए बताया कि कैसे दोनों एक-दूसरे से बहुत अलग हैं।
अनुशासन पसंद है

जया बच्चन ने कहा, ‘उनकी जो बात मुझे सबसे ज्यादा पसंद है, वह है उनका अनुशासन। मैं खुद अनुशासन को बहुत महत्व देती हूं और मैं एक बहुत स्ट्रिक्ट मां हूं।’ अमिताभ बच्चन के बारे में बात करते हुए जया ने कहा, ‘वह बोलते नहीं हैं। वह मेरी तरह अपनी राय खुलकर नहीं रखते हैं। वह उसे अपने भीतर ही रखते हैं, लेकिन वह जानते हैं कि अपनी बात कब और कैसे सही तरीके से पहुंचानी है, जो मैं नहीं जानती। यही फर्क है। उनकी पर्सनैलिटी अलग है, शायद इसलिए मैंने उनसे शादी की। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर मैंने किसी अपने जैसा इंसान से शादी की होती? वह वृंदावन में होता और मैं कहीं और।’
अमिताभ बच्चन की जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी
बातचीत में जब जया बच्चन से पूछा गया कि क्या शादी पर अमिताभ बच्चन की भी वही सोच है, तो उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, “मैंने उनसे पूछा नहीं। वो शायद कहें कि यह उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी, लेकिन मैं यह सुनना नहीं चाहती।” जया बच्चन ने माना कि भले ही आज शादी को लेकर उनकी राय अलग हो, लेकिन उन्हें अमिताभ बच्चन से पहली ही नजर में प्यार हो गया था। जब यह पूछा गया कि वह कौन-सा पल था, तो जया मुस्कुराईं और बोलीं कि वह एहसास बेहद खास और अनकहा था।
3 जून 1973 को शादी रचाई थी

जया बच्चन और अमिताभ बच्चन ने 3 जून 1973 को शादी रचाई थी। उनके दो बच्चे हैं जिनके नाम श्वेता और अभिषेक बच्चन हैं। श्वेता ने बिजनेसमैन निखिल नंदा से शादी की. उनके दो बच्चे हैं- नव्या नंदा और अगस्त्य नंदा। अभिषेक बच्चन की शादी एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय से हुई है। उनकी एक बेटी है- आराध्या बच्चन।
बच्चों के जन्म के बाद जया बच्चन ने लिया एक्टिंग से ब्रेक ले लिया था
बता दें कि अमिताभ बच्चन और जया बच्चन ने कई फिल्मों में साथ काम किया है, जिनमें जंजीर, अभिमान, शोले, चुपके चुपके, मिली और सिलसिला शामिल हैं। शादी और बच्चों के जन्म के बाद जया बच्चन ने अपने परिवार पर ध्यान देने के लिए एक्टिंग से ब्रेक ले लिया था। उन्होंने 17 साल के लंबे ब्रेक के बाद 1998 में एक हजार चौरासी की मां फिल्म से अभिनय में वापसी की। पिछली बार वह रॉकी और रानी की प्रेम कहानी में नजर आई थीं।
शादी है ‘दिल्ली का लड्डू’
जया बच्चन ने शादी को बेहद मज़ेदार और जमीनी अंदाज में समझाया। उन्होंने शादी की तुलना मशहूर कहावत “दिल्ली का लड्डू” से की, जो खाए वो भी पछताए, जो न खाए वो भी पछताए। यानी शादी हो या न हो, दोनों ही स्थितियों में अपनी-अपनी मुश्किलें होती हैं। जया बच्चन का कहना है कि किसी भी रिश्ते की असल पहचान उसकी लीगल स्ट्रक्चर से नहीं होनी चाहिए। उनके मुताबिक, इंसान को अपनी जिंदगी खुशी से जीनी चाहिए, चाहे वह शादीशुदा हो या नहीं।
उन्होंने नव्या को दी ना शादी करने की सलाह
जया बच्चन ने यह भी बताया कि वह अपनी पोती नव्या नवेली नंदा को अभी शादी न करने की सलाह क्यों देती हैं। उनके मुताबिक, शादी अपने साथ कई जिम्मेदारियां और समझौते लाती है, जिनके लिए सिर्फ उम्र नहीं, बल्कि मानसिक मैच्योरिटी और साफ सोच होना बहुत जरूरी है। जया का मानना है कि हर लड़की को पहले खुद को समझना चाहिए, अपनी पहचान बनानी चाहिए और आर्थिक व भावनात्मक रूप से मजबूत होना चाहिए। जब तक कोई लड़की खुद से खुश और आत्मनिर्भर नहीं होती, तब तक शादी जैसे बड़े कदम में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।
शादी सोच समझकर क्यों करनी चाहिए

शादी सोच-समझकर इसलिए करनी चाहिए क्योंकि यह सिर्फ दो लोगों का साथ नहीं, बल्कि जिम्मेदारियों, समझौते और इमोशनल कनेक्शन का रिश्ता है। जल्दबाजी में लिया गया फैसला आगे चलकर तनाव और अनबन का कारण बन सकता है। सही साथी चुनने से जीवन आसान, सुरक्षित और खुशहाल बन जाता है। शादी से पहले यह समझना जरूरी है कि आपकी सोच, आदतें और जीवनशैली दूसरे व्यक्ति से मेल खाती हैं या नहीं। इमोशनल मैच्योरिटी और आर्थिक स्थिरता भी जरूरी है, ताकि रिश्ता लंबे समय तक बैलेंस और मजबूत रहे।
शादी करने के लिए उम्र बढ़ रही है ये ना सोचें
शादी करने के लिए सिर्फ उम्र मायने नहीं रखती, बल्कि सही समय तब होता है जब आप मानसिक और इमोशनल रूप से तैयार हों। शादी से पहले अपने लिए कुछ बातें जरूर देखनी चाहिए, जैसे कि आपका पार्टनर आपकी सोच, आदतों और लाइफस्टाइल के साथ कितना मेल खाता है। क्या आप दोनों में आपसी सम्मान, भरोसा और समझ है? फाइनेंशियल स्टेबिलिटी भी जरूरी है ताकि फ्यूचर सुरक्षित रहे। सबसे जरूरी बात, शादी का फैसला खुद की खुशी और इच्छा से होना चाहिए, न कि समाज या परिवार के दबाव में।