नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य विधानसभा में कहाकि, अगर तुम मुझे पसंद नहीं करते, तो मेरा सिर काट दो लेकिन इससे परे मैं कुछ नहीं कर सकती। यह सुनकर सभी बौखला गए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह बयान महंगाई भत्ते (DA) और अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे राज्य कमचारियों के बारे में दिया। सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, राज्य सरकार के पास कर्मचारियों को अधिक पैसे देने के लिए अब फंड नहीं है। पश्चिम बंगाल में कर्मचारी केंद्रीय कर्मचारियों के बराबर DA देने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए पश्चिम बंगाल के राज्य कर्मचारी लगातार ममता सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन पश्चिम बंगाल में संग्रामी जौथा मंच समेत कर्मचारियों के कई संगठन के बैनर तले हो रहा है।
पश्चिम बंगाल कर्मचारियों का कहना है कि, उनका DA केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर किया जाए। इस मुद्दे पर बजट सत्र में चर्चा के दौरान ममता बनर्जी ने विधानसभा में बोला कि, केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकारों के वेतन ढांचे में अंतर है। ममता ने दावा किया कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस सरकार पहले से ही अपने कर्मचारियों को 105 प्रतिशत डीए दे रही है।
मेरा सिर काट दें…
इस पर सीएम ममता बनर्जी ने कहाकि, कर्मचारी कितना चाहते हैं? आपको कितने से संतुष्टि मिलेगी? मेरा सिर काट दें…उससे आप संतुष्ट हो जाएंगे? यदि आप मुझे पसंद नहीं करते हैं, तो मेरा सिर काट दें। लेकिन सरकार आपको और नहीं दे पाएगी।
पेंशन दे रही है पश्चिम बंगाल
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा जैसे भाजपा शासित प्रदेशों में रिटायर कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिल रही है। पर पश्चिम बंगाल दे रहा है। ममता सरकार ने इस बार बजट में कर्मचारियों के DA को 3 फीसद बढ़ाने का ऐलान किया है।
ज्यादा छुट्टियां और ज्यादा डीए मांगने से नहीं चलेगा काम
केंद्र पर वित्तीय अभाव का आरोप लगाते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा, राज्य सरकार जितना संभव हो उतना दे रही है। डीए देना अनिवार्य नहीं है। केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के वेतनमान अलग-अलग हैं। राज्य सरकार के कर्मचारियों को अधिक छुट्टियां मिलती हैं। ज्यादा छुट्टियां लेने और ज्यादा डीए मांगने से काम नहीं चलेगा।
क्या राज्य सरकार के पास RBI है?
अपनी सरकार का बचाव करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, क्या राज्य सरकार के पास RBI है? पैसा आसमान से नहीं गिरेगा। हमें अभी तक केंद्र से एक लाख करोड़ रुपए नहीं मिले हैं। मैंने सरकारी कर्मचारियों को श्रीलंका, बांग्लादेश, थाईलैंड जाने का मौका दिया।
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