सिलीगुड़ी। दादा भाई स्पोर्टिंग क्लब सिलीगुड़ी शहर में बड़े बजट की पूजा में से एक है। इस पूजा को देखने के लिए सिलीगुड़ी ही नहीं दूर-दूर से लोग आते हैं। पिछले 40 वर्षों से इस क्लब ने पूजा के आयोजन की परंपरा को बनाए रखा है। हर साल दुर्गा पूजा में यहाँ लोगों की भारी भीड़ देखी जाती है। पूजा के हर दिन यहाँ विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन चलता रहता है। पूरा पूजा परिसर लोगों से खचाखच भरा रहता है।
हालांकि, पिछले दो साल में कोरोना के चलते यहाँ भी उस तरह की रौनक नहीं देखी गयी, पर इस बार स्थिति अलग है। एक बार फिर इस वर्ष दुर्गा पूजा में यहाँ पुरानी रौनक देखने को मिलेगी। दादाभाई स्पोर्टिंग क्लब इस साल एक नई थीम लेकर आया है। इस साल यहाँ दुर्गा पूजा का 41वां साल है। इस वजह से इस बार यहाँ दुर्गा पूजा पर कुछ ख़ास होने वाला है। पता चला है पूजा पंडाल के आरंभ में शिवलिंग होगा, जिसे अलग-अलग तरह के टायरों से बनाया गया है। इसके बाद मूल पंडाल है। मूल पंडाल का मुख्य शेड लोहे का बना है। पूरे पंडाल में 3000 मिट्टी के बर्तन, 5000 डाल के कांटे, हजारों की संख्या में साइकिल, मोटरसाइकिल, ट्रक सहित बड़ी कार के टायर, तीन प्रकार के बांस आदि का प्रयोग किया गया है। पंडाल के निर्माण में मेदिनीपुर और सिलीगुड़ी के कलाकार काम कर रहे हैं।
करीब तीन माह से पूजा पंडाल का काम चल रहा है। बजट करीब 30 लाख रुपए रखा गया है। पूजा आयोजकों को उम्मीद है कि हर साल की तरह इस वर्ष भी पूजा के दौरान पंडाल में लोगों की भारी भीड़ उमड़ेगी।
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