अयोध्या। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। इस साल अक्तूबर महीने तक मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा। वहीं मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ी खबर आई है। योगी सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने जानकारी दी कि 22 जनवरी 2024 को भगवान रामलला की गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा होगी और इसके बाद भक्त मंदिर में पूजा-अर्चना कर सकेंगे।
सुरेश खन्ना ने ट्वीट किया, ‘ अगले साल 22 जनवरी को गर्भगृह में होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, जय श्री राम। 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के गर्भ गृह में पूरे विधि विधान और पूजा पाठ के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, जिसके बाद राम मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा और भक्त यहां भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे। गर्भगृह के लिए बनाए गए पिलरों का काम पूरा हो गया है और अब छत की ढलाई का काम शुरू हो गया है।
श्री रामजन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक गर्भगृह को पूरा करने के लिए सितंबर महीने तक का समय तय किया गया है जबकि अक्टूबर माह तक मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा। प्रथम तल में राम दरबार होगा, जबकि दूसरा तल खाली रहेगा, इसे मंदिर की ऊंचाई बढ़ाने के लिए तैयार किया जाएगा। रामलला की मूर्ति के लिए भी कई जगहों से पत्थर मंगाए गए हैं. इनमें नेपाल की गंडक नदी से मंगाए गए शालिग्राम पत्थर भी शामिल हैं।
मंदिर में जिस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी वो भगवान राम के बाल्यकाल की होगी। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि रामनवमी पर रामलला के मस्तक पर सूर्य किरणों का अभिषेक हो, इसके लिए भी वैज्ञानिकों की टीम ने अपना काम पूरा कर लिया है। इसे सूर्य तिलक नाम दिया गया है। तकरीबन पांच मिनट तक भगवान राम के ललाट पर सूरज की किरणें रहेंगी, यह प्रयोग सफल भी हो गया है।