Universe TV
हर खबर पर पैनी नजर

इमरान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालत : 6 की मौत, पूरे देश में इंटरनेट बंद

- Sponsored -

- Sponsored -


इस्लामाबाद ।पूर्व PM इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में हिंसा जारी है। पेशावर, इस्लामाबाद समेत कई शहरों में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थक आगजनी और तोड़फोड़ कर रहे हैं। अब तक 6 लोगों की मौत की खबर है। इसी बीच एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, पाकिस्तान के पूर्व गवर्नर और PTI लीडर ओमर चीमा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
कार्यकर्ताओं ने देर रात रावलपिंडी के आर्मी हेडक्वार्टर में तोड़फोड़ की। लाहौर में गर्वनर हाउस, आर्मी कमांडर का घर जला दिया और कई फौजी अफसरों के घर हमले किए गए। कराची के कैंट एरिया में भी ऐसी घटनाएं हुईं। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, हिंसा को देखते हुए पूरे पाकिस्तान में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। देश में प्राइवेट स्कूल भी बंद रहेंगे। राजधानी इस्लामाबाद, पंजाब प्रांत और पेशावर में धारा 144 लगाई गई है।
रावलपिंडी में होगी इमरान के केस की सुनवाई
मंगलवार को गिरफ्तारी के बाद इमरान खान को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। उन्हें जांच एजेंसी NAB के ऑर्डर पर पाकिस्तान रेंजर्स ने अरेस्ट किया था। इसके बाद खान को पूछताछ के लिए रावलपिंडी में NAB के हेडक्वार्टर में शिफ्ट किया गया था। केस में सुनवाई के लिए पूर्व PM को NAB कोर्ट या ज्यूडिशियल कॉन्प्लेक्स नहीं लाया जाएगा। इसकी जगह इस्लामाबाद पुलिस हेडक्वार्टर में सुनवाई होगी। पाकिस्तान सरकार ने कहा कि इमरान की जान को खतरा हो सकता है इसलिए ये फैसला लिया गया है।
पाकिस्तान रेंजर्स ने मंगलवार को इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार किया था। इमरान हाईकोर्ट में 2 मामलों में जमानत के लिए पहुंचे थे, जहां पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। इमरान अगले 4-5 दिन तक जांच एजेंसी NAB की कस्टडी में रहेंगे। ये गिरफ्तारी अल कादिर यूनिवर्सिटी स्कैम केस में की गई है। उन पर अरबों रुपए के घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।
सबसे पहले जानिए क्या है अल-कादिर ट्रस्ट केस…
खान जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया। ब्रिटेन में रियाज की अरबों रुपए की प्रॉपर्टी जब्त करा दी। इसके बाद एक डील के तहत ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (NCA) ने पाकिस्तान सरकार को करीब 1 हजार 969 करोड़ रुपए भेजे थे। इमरान खान, उनकी पत्नी और दूसरे PTI लीडर्स ने मिलकर इसकी जानकारी कैबिनेट को नहीं दी।
पैसा वापस आने के पहले इमरान ने एक ट्रस्ट बनाया। नाम रखा-अल कादिर ट्रस्ट। इसने एक यूनिवर्सिटी बनाई जो मजहबी तालीम देने वाली थी। इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए। होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा- कम से कम 60 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 3 साल में इस यूनिवर्सिटी में महज 32 स्टूडेंट्स ने ही एडमिशन लिया।
केस बहाना, असली वजह कुछ और
इमरान को अल-कादिर ट्रस्ट स्कैम केस में गिरफ्तार किया गया है। पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ के मुताबिक- अल कादिर ट्रस्ट घोटाला 50 अरब रुपए से ज्यादा का है और इसका फायदा इमरान, पत्नी बुशरा बीबी और बुशरा की दोस्त फराह गोगी ने उठाया। रविवार को एक रैली में इमरान ने खुफिया एजेंसी ISI की पॉलिटिकल विंग के चीफ फैसल नसीर पर बेहद संगीन आरोप लगाए थे। खान ने कहा था- फैसल मुझे कत्ल करना चाहते हैं। इसमें कुछ अफसर उनका साथ दे रहे हैं। फौज को मजबूरन सामने आकर इन आरोपों को खारिज करना पड़ा। इसके बाद, मंगलवार को लाहौर से पेशी के लिए इस्लामाबाद रवाना होने से पहले इमरान ने कहा- फौज कान खोलकर सुन ले। मैं डरने वाला नहीं हूं। इसके करीब 4 घंटे बाद ही उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बायोमेट्रिक रूम से शीशे तोड़कर गिरफ्तार कर लिया गया। माना जा रहा है कि फौज को चैलेंज करने के बाद ही खान की गिरफ्तारी तय हो गई थी।
हाईकोर्ट से हुई इमरान की गिरफ्तारी, चश्मदीद की जुबानी
एक चश्मदीद ने बताया- मंगलवार दोपहर जैसे ही इमरान खान हाईकोर्ट में दाखिल हुए, वैसे ही पैरामिलिट्री फोर्स (पाकिस्तान रेंजर्स) भी हाईकोर्ट में दाखिल हो गई। बख्तरबंद गाड़ियों से गेट ब्लॉक कर दिए गए। थोड़ी ही देर बाद इमरान को पकड़कर बाहर लाया गया। उन्हें जबरन गाड़ी में डाल दिया गया। इसके बाद ये गाड़ी पिछले दरवाजे से किसी अज्ञात जगह के लिए रवाना हो गई।
इमरान को फौज से दुश्मनी भारी पड़ी
2018 में इमरान खान को प्रधानमंत्री फौज ने ही बनवाया था। बाद में ISI चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के ट्रांसफर के मुद्दे पर उनका उस वक्त के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से विवाद हो गया।इसके बाद फौज ने शाहबाज शरीफ का दामन थाम लिया और इमरान की सरकार पिछले साल अप्रैल में गिरा दी। इसके बाद से खान फौज के खिलाफ बयानबाजी करने लगे। उन्होंने बाजवा को गद्दार तक कहा। रविवार को खान ने एक रैली में फौज के एक बड़े अफसर फैसल नसीर पर कत्ल की साजिश रचने का आरोप लगाया।
सोमवार को फौज के मीडिया विंग (ISPR) ने एक वीडियो जारी किया। कहा- खान गलत इल्जाम लगा रहे हैं। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इसके बाद इमरान ने मंगलवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट निकलने से पहले फिर एक वीडियो जारी किया। कहा- पाकिस्तान सिर्फ फौज का नहीं है। मैंने सच बोला है। एक फौजी अफसर दो बार मेरे कत्ल की साजिश रच चुका है। मैं मौत से नहीं घबराता। इसके बाद जैसे ही वो हाईकोर्ट पहुंचे, पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अपनी ही चाल में फंस गए इमरान
इमरान पर 108 केस दर्ज हैं। वो कई महीनों तक तो किसी केस में अदालत के सामने पेश ही नहीं हुए। दूसरी तरफ, चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान जस्टिस उमर अता बंदियाल पर आरोप है कि वो खान को हर मामले में बचा रहे हैं। लाहौर हाईकोर्ट तो हर मामले में उन्हें जमानत दे देता है। यही वजह है कि खान अपने खिलाफ दर्ज सभी केसेज लाहौर हाईकोर्ट में ही ट्रांसफर कराना चाहते हैं।
मंगलवार को सरकार और फौज ने उस केस में इमरान को गिरफ्तार किया, जिसके बारे में खान सोच भी नहीं सकते थे। अगर उन्हें जरा भी भनक होती तो वो पहले की तरह अदालत में पेश होने जाते ही नहीं। खान लाहौर में अपने जमान पार्क वाले घर से इस्लामाबाद आए थे। ये वही घर है, जहां दो महीने पहले पुलिस और रेंजर्स खान को गिरफ्तार करने पहुंचे थे और उन्हें जबरदस्त हमले का सामना करना पड़ा था। बाद में वो खाली हाथ वापस आ गए थे।


- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.