कब थमेगा कालियागंज में हिंसा का दौर : फिर से हुई हिंसा और थाने में आग की घटना से सहमा हुआ है कालियागंज, – दूकानें बंद, सड़कें सूनी, घरों में है दुबके लोग
उत्तर दिनाजपुर। आदिवासी और कामतापुरी समर्थकों के थाना घेराव के दौरान थाने में आग की घटना को लेकर आज बुधवार को भी कालियागंज वासी काफी सहमे हुए है। शहर में बिना आह्वान के ही हड़ताल जैसा महल दिख रहा है , सड़के सूनी है और दूकानें बंद है। डर और आतंक के कारण लोग घरों में दुबके है।
इधर सुबह से थाना और शहर में सफाई का काम चल रहा है। अभी भी सड़कों पर ईंटें व बांस बिखरी हुई है। कालियागंज शहर में आतंक का माहौल नज़र आ रहा है। थाना क्षेत्र, बयराकालीबाड़ी, सुकांता मोड़, गुदरी बाजार, श्मशान रोड सहित विभिन्न स्थानों पर ईंट-पत्थर पड़े हुए हैं। कुछ वाहनों के चलने के बाद भी दुकान नहीं खुली है
दरअसल कालियागंज में नाबालिक से दुष्कर्म के बाद हत्या मामले को लेकर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग पर मंगलवार को भारी तनाव छा गया था। मंगलवार की दोपहर कालियागंज थाने को आदिवासियों व कामतापुरियों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंके और आगजनी की। प्रदर्शनकारियों ने थाने में आग लगा दी है। आरोप है कि पुलिस से प्रदर्शनकारियों ने बंदूक भी छीन ली है। थाने के सामने कामतापुरियों के धरने को संभालने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट छोड़ा। तो लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए। कई गाड़ियों को जला दिया गया।
वहीं पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में आंसू गैस के गोले दागे लाठीचार्ज किया। आपको बता दे कि इसके पहले भी छात्रा की मौत को लेकर काफी बवाल और हिंसा हुआ थ। छात्रा की मौत के बाद से कालियागंज में लगातार हिंसा हो रही है, ऐसे में सवाल उठान लाजमी है कि आखिर हिंसा का दौर कब थमेगा। इधर आज मंगलवार को हुई घटना को लेकर बुधवार को राजनीतिक पार्टियों के द्वारा प्रतिवाद जुलुस निकला गया।
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