मुंबई। मशहूर अभिनेता कमल हासन की हिंदी में ‘चाची 420’, ‘सनम तेरी कसम’, ‘एक दूजे के लिए’ और ‘सागर’ जैसी हिट फिल्में शामिल हैं। उन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर को बनाए रखने के लिए कभी कोई कोशिश नहीं की। अभिनेता ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में खुद ही सफलता होने के बावजूद हिंदी सिनेमा को एक्सप्लोर न करने के पीछे का कारण बताया था।
हिंदी सिनेमा पर क्या बोले अभिनेता
कमल हासन ने इंटरव्यू के दौरान कहा था, इसका एकमात्र कारण यह है कि मुझे प्रोजेक्ट पूरा करने और अगले प्रोजेक्ट पर जाने की लत है। मैं इसका पालन करता हूं, जब आप हिंदी में कोई प्रोजेक्ट पूरा करते हैं तो डेढ़ वर्ष हो जाता है। आप वो टच खो देते हो, जो कपड़े आप पहन रहे हैं तब तक वह फैशन से बाहर हो गए हैं। आप वापस शूट करें तब तक आप मोटे या पतले हो गए हैं, बीमार, समझदार, इस बीच बहुत सी चीजें घटित होती हैं, इसलिए आप मुद्दे से चूक जाते हैं। यह थकाऊ और भयावह है।’
इस बात पर नाराज हो गए थे मनमोहन देसाई
उन्होंने बताया कि कई फिल्मों के ऑफर उनके पास आए थे। मनमोहन देसाई पर बात करते हुए अभिनेता ने कहा, ‘वे दयालु थे और अब भी हैं। कुछ अच्छे थे, जब मैंने स्क्रिप्ट देखने की जिद की तो मनमोहन देसाई साहब बहुत नाराज हो गए। मुझे लगता है कि यह अल्लाह रक्खा नामक फिल्म के लिए था। मैं केवल माफी मांग सकता हूं, क्योंकि मेरा इरादा कोई अपमान या अनादर करना नहीं था। इसके बाद उन्होंने कहा कि मिस्टर अमिताभ बच्चन भी स्क्रिप्ट नहीं मांगते। मेरा उत्तर था कि वह इसके लिए स्क्रिप्ट न मांगने का जोखिम उठा सकते हैं।’
मनमोहन देसाई को नहीं ऑफर की चाय
अभिनेता ने आगे कहा, ‘उस दिन उनके साथ आए कुछ लोग आज भी मेरे दोस्त हैं। हम अभी भी बैठक के बारे में मजाक करते हैं। मैं उनके आने से इतना उत्साहित था कि मैंने उन्हें चाय तक नहीं दी। तो ऐसा हो गया था कि इस आदमी ने पहले तो मुझे चाय नहीं दी और फिर उसने स्क्रिप्ट मांगी। बहुत सारी चीजें मेरे खिलाफ गईं। इस कारण मैंने कई अच्छे अवसर भी गंवा दिये होंगे।’
विशाल भारद्वाज ने फिल्म को लेकर किया यह खुलासा
फिल्म निर्माता विशाल भारद्वाज ने हाल ही में एक बातचीत में खुलासा किया कि कमल हासन इस प्रोजेक्ट में नजर आने वाले थे, वह क्यों नहीं चल पाई क्योंकि अभिनेता हिंदी और तमिल दोनों में फिल्म बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा, ‘हमने बातचीत की, लेकिन हमारा संघर्ष उस तरह था जैसे हम फिल्म देख रहे थे। वह चाहते थे कि फिल्म द्विभाषी हो, हिंदी और तमिल में, जिसमें अन्य स्टार कास्ट भी हो और इसे एक साथ में फिल्माया जाए। मुझे लगा कि मैं यहां व्यापार के जाल में फंस रहा हूं और तब मैं बहुत जिद्दी हुआ करता था। मैं चाहता था कि मेरी फिल्म मेरे हिसाब से बने। इन दिनों जब भी कमल हासन जी मुझसे मिलते हैं, मजाक करते हैं, मुझे मेरी कॉल शीट कब मिल रही है?’
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