नई दिल्ली। पांच दशक से कांग्रेस के विश्वासपात्र नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया। इनके अलावा सांसद और वरिष्ठ नेता शशि थरुर और केएन त्रिपाठी ने अपना पर्चा दाखिल किया। इससे पहले एक व्यक्ति एक पद फार्मूले का मुद्दा उठा था। शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष पोल के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में एलओपी पद से अपना इस्तीफा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया है।
माना जा रहा है कि एक व्यक्ति एक पद फार्मूले के तहत खरगे ने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भेजा है। बता दें कि एक व्यक्ति एक पद फार्मूले के तहत अशोक गहलोत को पार्टी अध्यक्ष बनने के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। कर्नाटक के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खरगे का नया पार्टी अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। हालांकि, इनका मुकाबला सांसद शशि थरूर से होगा। अचानक ही पद की दौड़ में शामिल हुए खरगे का जी-23 के नेताओं ने भी समर्थन किया है।
भरोसे पर खरे खरगे
गहलोत समर्थकों की बगावत के बाद गांधी परिवार के भरोसे पर दलित नेता खरगे खरे उतरे। हालांकि, कांग्रेस का कहना है, चुनाव में कोई अधिकृत प्रत्याशी नहीं है। सोनिया गांधी खुद को पहले ही तटस्थ बता चुकी हैं। पर, यह तय था कि परिवार के समर्थन के बिना कोई अध्यक्ष नहीं बन पाएगा। इसीलिए नामांकन से पहले एक व्यक्ति-एक पद का प्रश्न भी नहीं उठा। खरगे को जी-23 के नेताओं का जिस तरह समर्थन मिला, उससे उन्होंने विश्वास की पहली सीढ़ी और मजबूत कर ली है। खरगे का नाम आते ही दिग्विजय पीछे हट गए। कहा-उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की सपने में भी नहीं सोच सकता। ऐसे में चुनाव अब औपचारिकता भर रह गई है। वैसे नए अध्यक्ष की अधिकृत घोषणा 19 अक्तूबर को होगी।
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