जलपाईगुड़ी। दिव्यांग दिवस पर एक दिव्यांग ने किसी पर बोझ नहीं बनकर, बल्कि आत्मनिर्भर बनकर जीने का संदेश दिया है। दिव्यांग कृष्ण नन्दी का घर जलपाईगुड़ी के न्यूटाउन पाड़ा इलाके में है। दिव्यांग होकर भी वह रोजगार कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा है। वह सड़क किनारे मछली बेचता है। उसने बताया कि मात्र कुछ रुपए की पूंजी लगाकर वह मछली बेचने का धंधा करता है और हर माह सरकार द्वारा एक हजार रुपए का भत्ता मिलता है, जिससे काफी कष्ट से उसक परिवार चलता है।
उसने बताया कि परिवार का भरण-पोषण करने के लिए व्यवसाय को और बढ़ाना होगा। इसके लिए उन्होंने सरकार से सहयोग के लिए आवेदन किया है। उसने बताया कि वह जन्म से ही दिव्यांग नहीं है। करीब 10 साल पहले पेड़ से गिर जाने के बाद उसकी कमर टूट गई। चिकित्सक ने बताया कि वह अब कभी नहीं चल पायेगा। लेकिन वह किसी पर बोझ नहीं बन कर खुद ही रोजगार कर रहा है। उसने दिव्यांग दिवस पर सभी दिव्यांग साथियों को संदेश दिया है कि वह किसी पर बोझ नहीं बनकर आत्मनिर्भर बनें।
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