कोलकाता। केंद्रीय कोयला मंत्री और सांसद प्रहाद जोशी को कोयला माफिया के साथ संबंध का आरोप लगाये गये हैं। पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कोयला मंत्री के साथ तथाकथित माफिया के साथ के फोटो ट्वीट किया था। उसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट किया था। इस ट्वीट में कोयला मंत्री के साथ कोयला माफिया के सांठगांठ का आरोप लगाया है। इसे लेकर उन्होंने एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर डाली है। हालांकि यूनिवर्स टीवी ने फोटो की सत्यता की प्रमाणिकता की जांच नहीं की है।
आरोप है कि गत बुधवार को दो दिनों के सफर पर केंद्रीय कोयला मंत्री और सांसद पहलाद जोशी आए थे। आरोप है कि दुर्गापुर में जिस होटल में रुके थे उस व्यक्ति के मालिक का नाम राजू झा है। दावा है कि राजू पूरे कोयलांचल क्षेत्र में कोयला तस्करी का सरगना है।
बाबुल सुप्रियो ने लगाया कोयला माफिया के साथ संबंध का आरोप
बाबुल सुप्रियो ने अपने ट्वीट में लिखा है कि कोयला तस्करी के बेताज बादशाह राजू के होटल में मंत्री प्रहलाद जोशी रुके और ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ईसीएल) की महत्वपूर्ण बैठक उसी होटल से की है। शुक्रवार को ट्विटर पर बाबुल सुप्रियो ने लिखा है कि सम्मानीय केंद्रीय कोयला मंत्री पहलाद जोशी के पास जो व्यक्ति खड़ा है वह आसनसोल का एक विख्यात कोयला माफिया है। उनके पास दुर्गापुर के भाजपा विधायक लक्ष्मण घोरुई भी हैं। उनके पास सुब्रत मिश्र खड़े हैं जिन्होंने भाजपा के बड़े नेता को चुनाव में टिकट के लिए घूस दिया था।
अभिषेक बनर्जी ने भी कोयला मंत्री पर बोला हमला
उसके बाद तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी ट्वीट किया, “मुझे आश्चर्य है कि मंत्री जोशी प्रल्हाद दागी कोयला माफिया जॉयदेब खान के साथ क्या कर रहे हैं ! क्या वह भरने के तरीकों पर चर्चा कर रहा है या भाजपा देश के संसाधनों को छीनने पर बधाई देना ? ईडी और सीबीआई ने इस माफिया-मंत्री के गठजोड़ को आसानी से नजरअंदाज कर दिया है।”
बाबुल सुप्रियो के आरोप को बीजेपी ने किया खारिज
बाबुल सुप्रीयो के इस ट्वीट पर लक्ष्मण ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि मंत्री का सफर पूरी तरह से सरकारी था और बाबुल सुप्रियो का दावा पूरी तरह से बेबुनियाद है। हालांकि बाबुल सुप्रियो ने एक और ट्वीट किया जिसमें सुब्रत मिश्र पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब मैं भाजपा में था तो ये सारे लोग मेरे मित्र थे। कभी इनके यहां छापेमारी या तलाशी अभियान नहीं चलता। हमारे पास अभी भी कई सारी शिकायतें पड़ी हुई हैं जिसमें सुब्रत मिश्र पर ईसीएल अधिकारियों को ब्लैकमेल करने के साक्ष्य हैं।
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