नई दिल्ली। स्पेस में होने वाली हलचल में लोगों की काफी दिलचस्पी होती है। यहां होने वाली हर घटना को लेकर स्पेस एजेंसियां अपडेट देती रहती है। इसी बीच खगोल वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि माउंट एवरेस्ट से तीन गुना बड़ा एक धूमकेतु चार महीने में दूसरी बार फट गया है और अब वह तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा है। बता दें कि इस धूमकेतु का नाम 12पी/पोंस-ब्रूक्स है और यह एक ठंडा ज्वालामुखी धूमकेतु है। इसके आकार की बात करें तो इसका व्यास 18.6 मील है और यह 5 अक्टूबर को इसमें विस्फोट हुआ था।
इस धूमकेतु में पिछले चार महीनों में यह दूसरा विस्फोट हुआ है। आखिरी बार यह धूमकेतु जुलाई में फटा था। इस धूमकेतु की हर समय बारीकी से निगरानी ब्रिटिश एस्ट्रोनॉमिकल एसोसिएशन (बीएए) कर रहा है। बीएए को इसमें विस्फोट का पता तब लगा जब उसने 12पी के कोमा और केंद्र के आसपास धूल के भरा बादल और गैस देखा और इस कारण परावर्तित प्रकाश में दर्जनों गुना अधिक चमक दर्ज की गयी।
ब्रिटिश एस्ट्रोनॉमिकल एसोसिएशन (बीएए) के हवाले से लाइव साइंस ने बताया कि अभी, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सबसे हालिया विस्फोट के दौरान कोमा कितना बड़ा हो गया था, लेकिन ऐसे संकेत हैं कि विस्फोट पिछले विस्फोट की तुलना में काफी तेज था। इस कारण कोमा संभवतः अपने सामान्य आकार से छोटा हो गया है। आगे लाइव साइंस ने बताया कि अगर यह धूमकेतु विस्फोट जारी रखता है तो यह अगले वर्ष अधिक रुचि आकर्षित कर सकता है। बता दें कि इस धूमकेतु की खोज सबसे पहले जीन-लुई पोंस ने 12 जुलाई, 1812 को की थी।
क्या असर होगा
जैसे ही ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ उस वजह से धूमकेतु ने गैस और बर्फ का एक बड़ा बादल छोड़ा जो सींगों की एक विशाल जोड़ी की तरह दिखाई दिया। धूमकेतु का आकार बदल रहा है इस वजह से दबाव निर्माण में बाधा आ रही ही है, जिससे 22 अरब पाउंड धूल और बर्फ जो निष्कासित हो गए थे, अब सूर्य को प्रतिबिंबित कर रहे हैं, जिससे सींग दिखाई देने लगा लेकिन यह अंततः गायब हो जाएगा क्योंकि धूमकेतु का मलबा सूरज की रोशनी को पकड़ने के लिए बहुत अधिक बिखरा हुआ हो जाएगा।
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