अलीपुरद्वार। यदि हौसले बुलंद हो तो उचाइयों को छूने में देर नहीं लगती। इस कथन को चरितार्थ कर दिखाया है अलीपुरद्वार के गुदड़ी के लाल बप्पा साहा ने। अभावग्रस्त जिंदगी जीने के बावजूद यूपीएससी की परीक्षा मेंबप्पा साहा सेकेण्ड रैंक लाकर जिले का ही नहीं, बल्कि राज्य का नाम भी रौशन किया है।
आपको बता दें कि अलीपुरद्वार का विद्यार्थी बप्पा साहा ने यूपीएससी सांख्यिकी सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। खबर फैलते ही स्कूल में खुशी का माहौल है, स्कूल शिक्षकों ने मंगलवार को उसे सम्मानित किया। अलीपुरदुआर के गोविंदा हाई स्कूल में मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे स्कूल के शिक्षकों ने बप्पा साहा का फूल और मिठाई से स्वागत किया।
आपको बता दें कि बप्पा साहा के पिता गोपाल साहा पेशे से राजमिस्त्री है और उनके परिवार में अभाव ही उनका साथी है। इतनी कम उम्र में जरूरतमंद परिवार के बेटे की सफलता ने पूरे राज्यवासियों को चकित किया है।
पेशे से राजमिस्त्री के बेटे बप्पा ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भारतीय सांख्यिकी सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया। 23 साल की उम्र में उसकी सफलता से पड़ोसी और रिश्तेदार भी खुश हैं। बप्पा अलीपुरद्वार शहर के साउथ माझेरडाबरी का निवासी हैं। उसने अपनी शिक्षा एक सरकारी ग्रामीण प्राथमिक विद्यालय में शुरू की। उसके बाद उसे अलीपुरद्वार के गोविंदा हाई स्कूल में भर्ती कराया गया। वहां बप्पा ने हायर सेकेंडरी तक विज्ञान विभाग में पढ़ाई की और 2016 में उत्तर बंगाल कृषि विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। बप्पा ने फिर बीएससी पास की और बाद में भारतीय कृषि संस्थान, दिल्ली में कृषि सांख्यिकी के साथ एमएससी में प्रवेश लिया। बप्पा ग्रेजुएशन के बाद से पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी की परीक्षा की तैयारी भी कर रहे था। जून 2022 में बप्पा ने यूपिएससी द्वारा आयोजित भारतीय सांख्यिकी सेवा परीक्षा दी। वहां अच्छा करने के बाद 19 दिसंबर को दिल्ली में यूपीएससी बिल्डिंग में बप्पा को इंटरव्यू के लिए कॉल आया। बीते 28 दिसंबर को फाइनल रिजल्ट आया जहां पता चला कि बप्पा यूपीएससी की परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर दूसरे नंबर पर आया है। उनकी इस उपलब्धि से पूरा जिला गौरवान्वित है।
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