Universe TV
हर खबर पर पैनी नजर

चमत्कार और नमस्कार : अपने आप खड़ा हो गया तूफान में गिरा हुआ बरगद का पेड़, अलौकिक घटना मान स्थानीय लोग कर रहें पूजा

- Sponsored -

- Sponsored -


मालदा। भारत अपनी संस्कृति और सभ्यता के लिए जाना जाता है और साथ ही अपने देश में लोग धार्मिक रूप से आस्तिक हैं। यही कारण है कि अपने अपने देश में पेड़ से लेकर पहाड़ तक की पूजा होती है। हिंदू धर्म में बरगद यानी वटवृक्ष को देव वृक्ष माना जाता है। मान्यता के अनुसार, बरगद के पेड़ में भगवान ब्रह्मा जी, श्रीहरि और शिव निवास करते हैं। बरगद के पेड़ों की उम्र सबसे ज्यादा होती है, इसलिए इसे ‘अक्षयवट’ भी कहा जाता है। देव वृक्ष होने के कारण बरगद के पेड़ की पूजा का भी विशेष स्थान होता है। मान्यता अनुसार अखंड सौभाग्य, आरोग्य और सुख-समृद्धि के लिए वटवृक्ष की पूजा की जाती है। मालदा में भी बरगद का पेड़ की पूजा शुरू हुई है, लेकिन इसके पीछे एक चमत्कार की कहानी है।
आपको बता दे कि ओल्ड मालदा के मुचिया क्षेत्र में डांगापाड़ा और आनंदनगर के निवासियों ने इलाके में एक चमत्कार देखा है। एक साल पहले बरगद का पेड़ सड़क पर गिर गया था। उससे रास्ता बंद होने के कारण स्थानीय लोगों ने रास्ता साफ करने के लिए पेड़ की टहनियां काट दी, लेकिन बरगद का पेड़ फिर से सड़क के किनारे खड़ा हो गया।
अचानक कुछ दिन पहले स्थानीय लोग यह देखकर हैरान रह गए कि पेड़ कटने के बाद फिर से खड़ा हो गया। कई लोग कहते हैं कि इसमें चमत्कारी शक्तियां हैं। कई लोगों का कहना है कि कुछ दूरी पर मां के मंदिर होने के कारण यह घटना हो सकती है। इस तरह की घटना को लेकर क्षेत्रवासियों में काफी उत्सुकता है।
बरगद का पेड़ खड़ा होने की बात सुनकर दूर-दूर से लोग इसे देखने आ रहे हैं। बहुत से लोग उस बरगद के पेड़ की फिर से पूजा कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने कहा कि अगर इस पेड़ को सीधा करना है तो इसे बिना जेसीबी के खड़ा नहीं किया जा सकता है। इतना घना बरगद का पेड़ बिना जेसीबी के खड़ा करना संभव नहीं है। लेकिन अगर जेसीबी से किया जाता तो इलाकावासियों को इसका पता अवश्य चलता। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ यह पेड़ अपने आप ही खड़ा हो गया है। इलाके के लोग इसे अलौकिक घटना मानकर पेड़ की पूजा पाठ कर रहे हैं।


- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.