चांसलर मामले में राज्यपाल ने तोड़ी चुप्पी, सरकार के फैसले की निंदा की, कहा- बेहद चिंताजनक है बंगाल की शिक्षा व्यवस्था
सिलीगुड़ी। हालही में राज्य मंत्री मंडल की बैठक में सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सभी विश्व विद्यालयों के चांसलर राज्यपाल की जगह राज्य की मुख्यमंत्री को बनाये जाने के फैसले के खिलाफ राज्यपाल ने चुप्पी तोड़ी है। राज्यपाल उत्तर बंगाल सफर के तहत रविवार को कोलकाता से बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतरे।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने संवाददाताओं से बातचीत में राज्य सरकार के इस फैसले की निंदा करते हुए राज्य की शिक्षा व्यवस्था को बेहद गंभीर व सोचनीय बताया। इसके साथ ही उन्होंने एसएससी के तहत शिक्षक नियुक्ति मामले में भी राज्य सरकार को घेरा। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में पच्चीस उपाचार्य की नियुक्ति की प्रक्रिया को भी गलत ठहराया। उन्होंने कहा इस मामले में उनकी राय नहीं ली गयी।
इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा व्यवस्था में निम्न प्रतिभा को संरक्षण प्रदान करने, पूर्वाग्रह को बढ़ावा देने, पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाने जैसे गंभीर आरोप लगाये। राज्यपाल ने कहा कि विश्व विद्यालय के चांसलर मामले एवं राज्यपाल की शक्तियों में कमी मुद्दे से सम्बंधित दस्तावेज उनके सामने लाये जाने के बाद ही वे इस मामले में स्पष्ट रूप से कह पाएंगे।
उन्होंने कहा कि दिसंबर 2021 में भी इसी तरह के मुद्दे उछाले गए थे। उन्होंने इसे शिक्षक नियुक्ति प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार से ध्यान हटाने की एक चाल बताया। राज्यपाल ने कहा इस भ्रष्टाचार ने हजारों छात्रों का भविष्य बर्बाद कर दिया है। यहाँ तक कि इस भ्रष्टाचार ने सभी भ्रष्टाचारों को पीछे छोड़ दिया है। हर दिन राज्य में भ्रष्टाचार के नए नए मामले उजागर हो रहे है। ” उसके बाद बागडोगरा एयरपोर्ट से वे सीधे दार्जिलिंग के लिए रवाना हो गए।
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