चाय सुंदरी परियोजना के तहत निर्माणाधीन आवासों पर विधायक विशाल लामा ने उठाया सवाल, आदिवासियों और गोरखाओं की संस्कृति नष्ट करने का लगाया आरोप
अलीपुरद्वार। कालचीनी प्रखंड के तोर्शा चाय बागान में चाय सुंदरी परियोजना के तहत आवासों का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन इस पर कालचीनी विधायक विशाल लामा ने अशंतोष जताया है। मंगलवार को कालचीनी प्रखंड के तोर्शा चाय बागान में चाय सुंदरी परियोजना के तहत निर्माणाधीन आवासों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद विधायक काफी असंतुष्ट दिखे, उनका कहना था जिस तरह से चाय सुंदरी परियोजना के तहत आवास बनाये जा रहे है, उससे आदिवासी और गोरखाओं की संस्कृति नष्ट और बिखर जाएगी।
उन्होंने ने कहा चाय बागान में रहने वाले स्वदेशी और गोरखा लोगों की संस्कृति को आवास बनाकर नष्ट करने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि जिस तरह से मकान बन रहे हैं, उसमें जगह का काफी अभाव रहेगा। आदिवासियों और गोरखाओं की अपनी संस्कृति है और खुल कर जीते है और उत्सव मानते है, लेकिन इस छोटी सी जगह में नहीं कर पाएंगे।
साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सरकार सच में चाय मजदूरों का भला करने के बारे में सोचती तो बड़े मकानों के निर्माण करती अथवा पट्टे की जमीन का सीधा भुगतान कर देती। विधायक ने कहा कि इस विषय को लेकर वे विधानसभा में आवाज उठाएंगे।
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