जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ होंगे देश के 50वें सीजेआई , चीफ जस्टिस यूयू ललित ने सरकार को भेजा नाम, पहली बार पिता के बाद बेटा भी होगा सीजेआई
नई दिल्ली। जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ देश के 50 वें प्रधान न्यायाधीश सीजेआई होंगे। निवर्तमान प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित ने आज सरकार को चंद्रचूड़ का नाम अपने उत्तराधिकारी के रूप में भेज दिया। सीजेआई ललित अगले माह सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
सीजेआई यूयू ललित ने आज सुबह 10.15 बजे सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों को जजेस लाउंज में आमंत्रित किया और अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस चंद्रचूड़ के नाम की सिफारिश की जानकारी दी। उन्होंने सरकार को भेजे पत्र की प्रतिलिपि जस्टिस चंद्रचूड़ को सौंपी।
सरकार ने 7 अक्तूबर को सीजेआई ललित को पत्र लिखकर अपने उत्तराधिकारी की सिफारिश करने का अनुरोध किया था। जस्टिस चंद्रचूड़ 9 नवंबर 2022 को पदभार संभालेंगे। वरिष्ठता सूची के अनुसार जस्टिस चंद्रचूड़ मौजूदा सीजेआई ललित के बाद सबसे वरिष्ठ हैं, इसलिए तय परंपरा के अनुसार उन्हीं के नाम की सिफारिश की गई।
पिता भी थे सीजेआई
स्टिस चंद्रचूड़ के पिता यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ देश के 16वें सीजेआई थे। उनका कार्यकाल 22 फरवरी, 1978 से 11 जुलाई, 1985 तक यानी करीब 7 साल तक रहा। पिता के रिटायर होने के 37 साल बाद उसी पद पर बैठेंगे। जस्टिस चंद्रचूड़ पिता के 2 बड़े फैसलों को SC में पलट भी चुके हैं। वह बेबाक फैसलों के लिए चर्चित हैं। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का कार्यकाल 9 नवंबर, 2022 से 10 नवंबर, 2024 तक यानी 2 साल का होगा।
8 नवंबर को रिटायर होंगे सीजेआई ललित
सीजेआई ललित का कार्यकाल 8 नवंबर 2022 को समाप्त हो रहा है। वे मात्र 74 दिन इस पर पद रहेंगे। जस्टिस ललित 26 अगस्त 2022 को सीजेआई एनवी रमण का कार्यकाल पूरा होने के बाद देश के 49वें प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे। उनका कार्यकाल मात्र ढाई माह का है, जबकि उनके पूर्व प्रधान न्यायाधीशों का औसत कार्यकाल 1.5 साल का रहा है। जस्टिस चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को रिटायर होंगे। यानी वे दो साल तक देश के प्रधान न्यायाधीश रहेंगे। उन्हें 2016 में सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
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