जहरीले सांपों को पकड़ने में माहिर है ग्यारहवीं की छात्रा निशा, इतनी छोटी उम्र में उसको सांप पकड़ते देख लोग हो जाते हैं हैरान
मालदा। सांप जैसे खतरनाक जिव को पकड़ना हर किसी के बस की बात नहीं, अगर कभी आपके आस-पास खतरनाक और जहरीला सांप दिख जाए तो डरकर उससे भागना शुरू कर देंगे या फिर सोच में पड़ जाएंगे कि आखिर अभी क्या करें? लेकिन हम उत्तर बंगाल के एक ऐसी लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सांप पकड़ने में माहिर है।
आपको बता दें कि लड़की का पिता सपेरा है, लेकिन उसकी बेटी भी कम नहीं है। ग्यारहवीं कक्षा की छात्रा निशा हालदार अपने पिता के साथ सांपों पर शोध करने और अलग-अलग जगहों पर सांप पकड़ने की आदी हो गई है। पिता निताई हलदर का दावा है कि वह अपनी बेटी को राज्य का सबसे कम उम्र का सर्प विशेषज्ञ बना रहे हैं। मालदा जिले में ही नहीं बल्कि उत्तर बंगाल में भी निशा सांप पकड़ने के काम में लग गई है,जब भी कहीं जहरीला सांप मिलता है, तो 11वीं कक्षा की छात्रा निशा हालदार सांपों को पकड़ने के लिए तरह-तरह के औजार लेकर दौड़ जाती है।
दरअसल छोटी उम्र से ही उसने अपने पिता निताई हालदार को एक के बाद एक जहरीले सांपों को पकड़ते और साथ ही विभिन्न सांपों को शारीरिक प्रशिक्षण के बाद वन विभाग की अनुमति से सुदूर जंगल में छोड़ते हुए भी देखा है। यही कारन है की बचपन से ही उसको इस कार्य में रूचि है।
उसके इस कला का नमूना ओल्ड मालदा नगर पालिका के वार्ड नंबर 8 के बचमारी कॉलोनी इलाके में देखने को मिला। गुरुवार को स्थानीय निवासी अखिल सरकार के घर में सुबह जहरीला चंद्रबोरा सांप देखा गया। इसकी खबर निताई हलदार को दी गई। छात्रा निशा हालदर अपने पिता के साथ वहां पहुंची। छात्रा ने सबके सामने खड़े होकर सांप पकड़ने वाले यंत्र से जहरीले सांप को पकड़ लिया। बच्ची को इतनी कम उम्र में सांप पकड़ता देख इलाके के लोग हैरान रह गए। इस दौरान छात्रा निशा हलदर ने लोगों की भीड़ के कारण विलुप्त हो चुके सांपों को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया।
निताई हालदर ओल्ड मालदा नगर पालिका के वार्ड नंबर 12 के मंगलबाड़ी परसमुंदई कॉलोनी इलाके के रहने वाले हैं। वह लंबे समय से सांपों की देखभाल कर रहे हैं। जिले के विभिन्न इलाकों में वे सपेरे के रूप में जाने जाते हैं। घर की इकलौती बेटी निशा हालदर को भी उन्होंने ने सांप पकड़ने के काम में लगा दिया है। अब लड़की सांप पकड़ने में माहिर हो गई है। वह सांपों पर शोध करना चाहती है और सांप विशेषज्ञ के रूप में सांपों के बारे में पढ़ाना चाहती है।
छात्रा निशा हांलदर ने कहा, कई लोग डर के मारे सांपों को मार देते हैं। लेकिन सांप को इस तरह नहीं मारना चाहिए। मगर आज की घटना में ऐसा लग रहा है कि लोग काफी जागरूक हो गए हैं। आज लोगों ने सांप को देखने की सूचना दी। हम सांप को रेस्क्यू कर वन विभाग को सौंप देंगे। प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए सांपों को जिंदा रखना बहुत जरूरी है। मैं काम के दौरान भी लोगों को इस बारे में जागरुक कर रही हूं। सपेरे निताई हलदर ने कहा, मेरा कोई बेटा नहीं है। एक ही बेटी है। बेटी मेरे साथ सांप की रिसर्च और सांप पकड़ना सीख रही है। लड़की भविष्य में वन्यजीवों सहित विभिन्न प्रकार के सांपों पर शोध करना चाहती है। मैं उसकी ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए हर तरह से उसकी मदद कर रहा हूं।
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