नई दिल्ली। देश के मशहूर सिंगर जुबीन गर्ग की मौत मामले में गिरफ्तार उनके चचेरे भाई संदीपन गर्ग को डीएसपी पद से सस्पेंड कर दिया गया है। वे असम पुलिस सर्विस के अधिकारी हैं और अब तक राज्य के कामरूप जिले में तैनात थे। उन्हें बुधवार को सिंगर की मौत मामले में गिरफ्तार किया गया था।
उन्हें 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। वह जुबीन की मौत मामले में गिरफ्तार होने वाले पांचवें व्यक्ति हैं। सिंगापुर में जुबीन की मौत के समय संदीपन उनके साथ थे। सिंगर की पत्नी गरिमा ने दावा किया कि संदीपन ने जुबीन के साथ सिंगापुर जाने की इच्छा जताई थी।
गरिमा के मुताबिक, संदीपन कभी विदेश नहीं गया था। उसने जुबीन से कहा कि वह उनके साथ सिंगापुर जाना चाहता है। जुबीन उसे अपने साथ ले जाने के लिए तुरंत तैयार हो गए। गरिमा ने बताया कि संदीपन की हाल ही में पुलिस फोर्स में नौकरी लगी थी। वे इससे पहले मॉडलिंग और एक्टिंग करते थे।
जुबीन के पत्नी ने बताया कि संदीपन ने उनके साथ 3-4 बार मॉडलिंग प्रोजेक्ट किए थे। जुबीन हमेशा नए टैलेंट को प्रोत्साहित करते थे और चूंकि संदीपन उनका चचेरा भाई था, इसलिए वे हमेशा उसका हौसला बढ़ाते थे। जुबीन अपने दोस्तों और परिवार के सामने भी अक्सर संदीपन की तारीफ करते थे।
सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान जुबीन के मौत हुई थी जुबीन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में मौत हुई थी। वे 20 सितंबर को होने वाले नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के लिए सिंगापुर गए थे। इवेंट से एक दिन पहले उन्होंने वाटर एडवेंचर एक्टिविटी में हिस्सा लिया था। दावा किया गया कि स्कूबा डाइविंग के दौरान डूबने से उनकी मौत हो गई।
उनकी मौत मामले में पुलिस ने सबसे पहले नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत और जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनके बैंड मेंबर्स शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृत प्रभा महंत को अरेस्ट किया गया।
इसके बाद जुबीन के चचेरे भाई संदीपन को अरेस्ट किया गया। उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या, आपराधिक षड्यंत्र और लापरवाही से मौत का कारण बनने का केस दर्ज किया गया है। उनसे कुछ दिनों पहले से पूछताछ की जा रही थी।
4 अक्टूबर- गिरफ्तार हुए साथी का दावा- जुबीन को जहर दिया गया था सिंगर जुबीन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार उनके बैंड मेंबर शेखर ज्योति गोस्वामी ने 4 अक्टूबर को दावा किया था कि सिंगर के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और इवेंट ऑर्गनाइजर श्यामकनु महंत ने उन्हें जहर दिया था। दोनों ने हत्या को हादसा दिखाने की साजिश रची थी।