कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में जेल हिरासत में हैं, लेकिन सोमवार को उनका मिजाज बदला-बदला दिखा। सोमवार को अलीपुर की विशेष सीबीआई कोर्ट में कार से बाहर निकलने से ठीक पहले उन्हें काफी प्रफुल्लित अवस्था में देखा गया।पत्रकारों के तमाम सवालों से पहले पूर्व शिक्षा मंत्री ने रवींद्रनाथ टैगोर की कविता की दो पंक्तियां खुद पढ़ीं और अभिषेक बनर्जी को सराहा।
पूर्व मंत्री और कभी टीएमसी के हैवीवेट नेता रहे पार्थ चटर्जी गिरफ्तारी और उसके बाद की घटनाओं के साथ ये दो पंक्तियां बहुत मायने रखती हैं। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की तारीफ में भी पुल बांधे।
पार्थ चटर्जी का बदला मिजाज, टैगोर की कविता का किया पाठ
पार्थ चटर्जी ने सोमवार को अलीपुर में सीबीआई की विशेष अदालत परिसर में कार में बैठकर कवि रवींद्रनाथ टैगोर की ‘सोनार तारि’ कविता की दो पंक्तियों का पाठ कियाय उन्होंने कहा, “मैं केवल कविता की एक पंक्ति कहूंगा।” बता दें कि कल 25 बैसाख है और कवि गुरु की जयंती है. उससे ठीक एक दिन पहले जब वे अदालत में पेश होने आए तो पार्थ चटर्जी के कंठ से टैगोर की कविता सुनाई दी।
पार्थ चटर्जी की शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तारी के बाद जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके खिलाफ एक शिकायत की। वर्तमान में पार्थ चटर्जी प्रेसीडेंसी जेल में जेल हिरासत में हैं और वह लगातार जमानत की अपील कर रहे हैं, लेकिन जमानत नहीं मिल रही है।गिरफ्तारी के बाद पार्थ चटर्जी से मंत्री पद छिन लियाय गया था। साथ ही उन्हें तृणमूल से निलंबित कर दिया गया है। बीते दिनों उनकी आवाज में अफसोस भी सुनाई दिया था, लेकिन सोमवार को पार्थ चटर्जीा को पब्लिक के बीच बिल्कुल मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ देखा गया.
अभिषेक बनर्जी के कार्यक्रम का सराहा, बताया 100 फीसदी सफल
साथ ही उन्होंने रवींद्रनाथ टैगोर की कविता की पंक्तियों का पाठ कर जनता को एक विशेष संदेश दिया। भर्ती भ्रष्टाचार का ‘दाग’ हटा पार्थ ने सोने से की अपनी तुलना की. इसके साथ ही वह खुद को महत्व को साबित करने की कोशिश की है। उन्होंने अभिषेक बनर्जी के जनसंपर्क अभियान पर कहा, ”यह कार्यक्रम 100 प्रतिशत सफल है।” इतना ही नहीं, उन्होंने आगे कहा कि नबज्बार नया ज्बार लेकर आयेगा। बात दें कि तृणमूल ने यह कार्यक्रम पंचायत चुनाव से पहले लिया है।अभिषेक बनर्जी इसके प्रमुख हैं और वह जिले और गांव में जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं।
तृणमूल नेता ममता बनर्जी ने पिछले सप्ताह मालदा के अंग्रेजी बाजार में जाने पर इस कार्यक्रम की प्रशंसा की थी उन्होंने कहा था, ”लोगों ने इस कार्यक्रम का समर्थन किया है।” इस बार भी पार्थ चटर्जी की आवाज में वही सुर सुनाई दिया।
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