कोलकाता। पश्चिम बंगाल में निकाय चुनाव के पहले तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी के पुरानी और नयी पीढ़ी के नेताओं के एक गुट के बीच वाकयुद्ध पर नाराजगी जताते हुए अपनी अनुशासन समिति के जरिये कार्रवाई करने की चेतावनी दी। पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ”हम सभी संबंधित लोगों से बयानबाजी बंद करने और पार्टी के भीतर मामलों पर चर्चा करने का निर्देश देते हैं। जो लोग इसका पालन नहीं करते हैं, उनके बारे में अनुशासन समिति को सूचित किया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।”
पश्चिम बंगाल में वार्षिक गंगासागर मेला चल रहा है और चार नगर निगमों के चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में पिछले सप्ताह टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव तथा डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी की इस टिप्पणी से असंमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई थी कि कोविड महामारी के प्रसार मद्देनजर राजनीतिक कार्यक्रमों और धार्मिक बैठकों को दो महीने के लिए रोक देना चाहिये।
वहीं, अभिषेक बनर्जी के डॉयमंड हार्बर मॉडल की पार्टी के ही वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी ने आलोचना की है, जिसे लेकर पार्टी नेताओं के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है। तृणमूल के कुछ नेताओं में चल रही खींचतान के बीच आखिरकार पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी को सामने आना पड़ा। इससे पहले पार्थ चटर्जी ने पार्टी नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करने से सतर्क किया था, लेकिन इसका कोई अधिक लाभ नहीं हुआ। इसके बाद भी पार्टी के कुछ स्थानीय व बड़े नेता सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ कीचड़ उछालते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में पार्थ चटर्जी ने संवाददाता सम्मेलन करते हुए ऐसे नेताओं को सतर्क किया। उन्होंने कहा, ‘कार्यकर्ताओं-नेताओं के खिलाफ जिस प्रकार पब्लिक फोरम में एक के बाद एक बयान दिये जा रहे हैं, उससे पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। किसी की कोई बात या शिकायत रहने पर पार्टी के अंदर कहें।’
यहां उल्लेखनीय है कि अभिषेक बनर्जी के ‘व्यक्तिगत मत’ को लेकर पार्टी के दो नेताओं के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग शुरू होने के बाद उस विवाद में एक और सांसद ने घी डालने का काम किया। पार्टी सूत्रों ने बताया कि इसके बाद ही कोलकाता से फोन कर सांसद को सतर्क किया गया था। पार्टी महासचिव ने भी ऐसे नेताओं से अलग बात की। इसके बावजूद तृणमूल के एकाधिक युवा नेताओं ने सोशल मीडिया पर श्रीरामपुर के सांसद के खिलाफ पोस्ट किया. अपने पोस्ट में इन नेताओं ने लिखा, ‘श्रीरामपुर नोतून सांसोद चाई (श्रीरामपुर में नया सांसद चाहिये).’ इसके बाद पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘महासचिव के तौर पर मैंने सबसे बात की है।
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