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दार्जिलिंग में टॉय ट्रेन सेवा आज से फिर हुई शुरू, पर्यटन उद्योग ने ली राहत की सांस

सिलीगुड़ी। पाँच दिनों के बाद एक बार फिर दार्जिलिंग की पहचान और पर्यटन की शान ‘टॉय ट्रेन’अपनी छुक-छुक ध्वनि के साथ चल पड़ी। बीते शनिवार भारी बारिश और भूस्खलन के चलते पहाड़ में कई जगह सड़कों और रेल लाइनों को. . .

सिलीगुड़ी। पाँच दिनों के बाद एक बार फिर दार्जिलिंग की पहचान और पर्यटन की शान ‘टॉय ट्रेन’अपनी छुक-छुक ध्वनि के साथ चल पड़ी। बीते शनिवार भारी बारिश और भूस्खलन के चलते पहाड़ में कई जगह सड़कों और रेल लाइनों को नुकसान पहुँचा था, जिससे न्यू जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग के बीच टॉय ट्रेन सेवा पूरी तरह बंद करनी पड़ी थी। अब जब मलबा हटाया गया है और मरम्मत का काम पूरा हुआ, तब जाकर शुक्रवार सुबह से सेवा फिर शुरू की गई।

भूस्खलन के कारण बंद थी

दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के डायरेक्टर ऋषभ चौधरी ने बताया, “भूस्खलन के कारण हमने सेवा बंद रखी थी। लेकिन हमारे कर्मचारियों ने दिन-रात मेहनत कर रास्ते को साफ किया और अब ट्रेन सेवा फिर से शुरू हो चुकी है।” शुक्रवार को न्यू जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग तक की पहली टॉय ट्रेन पर्यटकों से खचाखच भरी हुई थी। वापसी में भी दार्जिलिंग से NJP तक ट्रेन पूरी भरी रही। इसके साथ ही करसियांग और तीनधारिया से चलने वाली विशेष ट्रेनों को भी फिर से शुरू किया गया है। कुल 6 ट्रेन सेवाएं जो बंद थीं, उन्हें बहाल किया गया।

पर्यटन उद्योग में राहत की सांस

हिमालयन हॉस्पिटैलिटी ट्रैवल एंड टूर डेवलपमेंट नेटवर्क के सचिव सम्राट सन्याल ने कहा, “टॉय ट्रेन दार्जिलिंग आने वाले पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण है। यह सेवा बंद हो जाने से टूरिज्म पर असर पड़ता है। अब जब सेवा फिर शुरू हुई है, तो यह पर्यटन उद्योग के लिए राहत की बात है।”

शनिवार का तबाही भरा दिन

गत शनिवार को दार्जिलिंग और आस-पास के इलाकों में मूसलधार बारिश और भारी भूस्खलन हुआ था। 67 से अधिक सड़कें और कई रेल पटरियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं। करसियांग ब्लॉक के तीन स्थानों पर पटरियों पर भारी चट्टानें और मिट्टी गिर गई थीं। इस प्राकृतिक आपदा में कम से कम 24 लोगों की जान चली गई और कई लोग अब भी लापता हैं।।
हालांकि अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं और दार्जिलिंग की टॉय ट्रेन एक बार फिर अपनी रफ्तार पकड़ रही है। शुक्रवार को पहाड़ में 13 ‘जॉय राइड’ ट्रेनें भी चलाई गईं, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों में खुशी की लहर दौड़ गई।