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दार्जिलिंग में 21 किलोमीटर दौड़ लगा कर निर्दलीय उम्मीदवार ने भरा पर्चा, कहा – प्रदूषण से पहाड़ को बचाना मुख्य लक्ष्य  

दार्जिलिंग। पहाड़ी इलाकों में करीब दो दशक से पंचायत चुनाव नहीं हुए हैं। सड़कों की मरम्मत नहीं हो रही है । पहाड़ों में फिर धीरे-धीरे प्रदूषण बढ़ रहा है। इसके विरोध में शरण सुब्बा ने सोनादा से सुखिया पोखरी तक. . .

दार्जिलिंग। पहाड़ी इलाकों में करीब दो दशक से पंचायत चुनाव नहीं हुए हैं। सड़कों की मरम्मत नहीं हो रही है । पहाड़ों में फिर धीरे-धीरे प्रदूषण बढ़ रहा है। इसके विरोध में शरण सुब्बा ने सोनादा से सुखिया पोखरी तक 21 किलोमीटर दौड़ लगाई और अपना नामांकन पत्र जमा किया। चुनाव अधिकारी भी उसकी उसके हौसले से आश्चर्यचकित हैं।
इतनी दौड़ लगाने के बावजूद शरण सुब्बा में थकान का कोई निशान नहीं था। उन्होंने कहा, ‘अगर ट्रैफिक जाम कम नहीं हुआ तो पहाड़ मुश्किल में पड़ जाएगा। इस संदेश के साथ मैं नामांकन जमा करने के लिए दौड़ लगाते हुए चुनाव कार्यालय पंहुचा ।’
शरण बचपन से ही पहाड़ों में पले-बढ़े हैं।  अपनी आंखों के सामने उन्होंने  देखा कि पहाड़ी क्षेत्र में कारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। साथ ही प्रदूषण भी बढ़ रहा है। ट्रैफिक जाम से लोगों के लिए सिरदर्द बन गया है। पहले सड़क पर पैदल यात्रा करना संभव था, लेकिन अब यह संभव नहीं है।
इसलिए वे इसके विरोध में अपने घर सोनादा से दौड़ लगाकर सुखियापोखरी पहुंचे । 21 किमी की दौड़ लगाने में उन्हें 4 घंटे लगे। मालूम हो कि सोनादा में शरण सुब्बा निर्दलीय उम्मीदवार हैं। उनका लक्ष्य भविष्य में पहाड़ी इलाके  में स्वास्थ्य केंद्र व  सड़कों की मरम्मति  है । शरण ने कहा, ‘प्रशासनिक कामकाज के लिए भी हमें काफी लंबा सफर तय करना पड़ता है। मरीजों के  इलाज के लिए काफी मुशरिकों का सामना करना पड़ता है। इसलिए मैं चाहता हूं कि हमारे गांव के लोग शांति से रहें।
उन्होंने यह भी कहा, “पहाड़ पर जिस तरह से वाहनों की संख्या बढ़ रही है, उस पर जल्द काबू पाने की जरूरत है। अब हमें सोनादा से दार्जिलिंग जाने में काफी समय लगता है। पहले इतना समय नहीं लगता था। इसलिए ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान करना होगा अन्यथा पर्यटक यहां नहीं आना चाहेंगे।’