जलपाईगुड़ी। पश्चिम बंगाल में शारदीय नवरात्र के मौके पर दुर्गा पूजा का त्योहार हर साल पूरे धूमधाम से मनाया जाता है। 10 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार के दौरान वहां का पूरा माहौल शक्ति की देवी दुर्गा के रंग का हो जाता है। बंगाली हिंदुओं के लिए दुर्गा और काली की आराधना से बड़ा कोई उत्सव नहीं है। वे देश-विदेश जहां कहीं भी रहें, इस पर्व को खास बनाने में वे कोई कसर नहीं छोड़ते। यही कारण है कि दुर्गा पूजा के तयारी काफी पहले से ही शुरू हो जाती है।
अभी दुर्गा पूजा के तीन महीने बाक़ि है, लेकिन जलपाईगुड़ी में दुर्गा पूजा लिए गिनती शुरू हो गयी हैं। आज रथ यात्रा के शुभ दिन खूटी पूजा का आयोजन किया गया। महुरीपारा लोक दुर्गा पूजा समिति जलपाईगुड़ी शहर के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यों से जुड़ा एक क्लब है। इस बार उनकी पूजा का यह 71वां वर्ष है।
क्लब के सचिव उत्तम बोस ने कहा कि इस बार इस समिति की पूजा का विशेष विषय नारी शिक्षा है। बजट सात लाख पचास हजार रुपये है। शुक्रवार को रथ यात्रा के विशेष दिन यहाँ दुर्गा पूजा के लिए खूंटी पूजा का आयोजन किया गया हैं। पिछले दो वर्षों से कोरोना संक्रमण के कारण पूजा उतने अच्छे तरीके नहीं किया गया, लेकिन इस बार कोरोना के दर में कमी आने के कारण खूंटी पूजा की गई। पुजारी की उपस्थिति में खूटी पूजा शुरू हुई। कोरोना के बाद आज आगामी दुर्गा पूजा की शुरुआत खूटी पूजा के साथ हुई।
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