सिलीगुड़ी। सिलीगुड़ी में सोमवार शाम को जैसा डरावना नज़ारा देखने को मिला, अधिकार लोगों का कहना है कि ऐसा नज़ारा उन्होंने ने कभी नहीं देखा था। आपको बता दें कि को सोमवार शाम में लगातार भारी बारिश के कारण घंटे-दो घंटे में ही सारा शहर जलमग्न हो गया। शाम लगभग साढ़े पांच बजे शुरू हुई मूसलधार बारिश से जगह-जगह घुटने भर तक जलजमाव हो गया। लोगों के घर, नाले रास्ते सभी जलमग्न हो गए। मंगलवार की सुबह सिलीगुड़ी नगर निगम के उपमहापौर रंजन सरकार अशोकनगर में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने इलाके में पहुंचे। दिन में पत्रकारों से बात करते हुए, रंजन सरकार ने कहा कि कल रात से स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है। सभी निचले इलाकों में अब पानी भर गया है। हालांकि निचले इलाकों को भरने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है और जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। उम्मीद है कि अगले साल सिलीगुड़ी में जलभराव की समस्या नहीं रहेगी। हालांकि आम आदमी को जलभराव से मुक्त कराने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम हमेशा तत्परता से कार्य कर रहा हैं।
दरअसल कल हुई बारिश के कारण महानंदा, फूलेश्वरी, जोरापानी, बालासन व पंचनेई सभी नदी का जल स्तर खतरे के निशान के पास है। नदियों के किनारे वाले इलाके, शहर की निचली बस्तियों सहित शहर में आफत की बारिश हुई। इससे राहत के आसार अभी अगले दो दिनों तक नहीं दिख रहे हैं। शहर में जगह-जगह सड़कों पर नालों का पानी बहता रहा। कई जगहों पर पुराने घरों की दीवारें तक गिर पड़ीं। शहर व आसपास का कोई भी इलाका जलजमाव से अछूता नहीं रहा। अनेक शहरवासियों ने कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी भी इतनी ज्यादा बारिश नहीं देखी थी। कई जगह लोगों के घरों व दुकानों में अंदर तक पानी घुस आया। ड्रेन का पानी नदी में गिरने के बजाय घरों में घुसने लगा था। आलम यह था कि शहरी क्षेत्र का पानी महानंदा व बालासन नदी में गिरने के बजाय नदियों का पानी निचले इलाकों में घुस आया था। शहर का ऐसा कोई हिस्सा नहीं था, जो पानी में लबालब ना हो ।
शहर के नया बाजार, हैदरपाड़ा, विधान मार्केट, हाकीमपाड़ा, आश्रमपाड़ा, संतोषी नगर , गंगानगर व अन्य कई इलाकों में जल जमाव हो गया था।
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