अलीपुरद्वार। उत्तर बंगाल के जलदापाड़ा स्थित दक्षिण खयराबाड़ी वन विभाग में मातम छाया हुआ है, क्योंकि न सिर्फ भारत, बल्कि दुनिया के सबसे उम्रदराज बाघ ‘राजा’ का निधन हो गया है। अलीपुरद्वार के जलदापाड़ा के रॉयल बंगाल टाइगर एंड लीपर्ड रेस्क्यू सेंटर में दुनिया का सबसे उम्रदराज रॉयल बंगाल टाइगर, जिसका नाम राजा था, 2006 से इस पुनर्वास केंद्र में रह रहा था। सोमवार की सुबह रॉयल बंगाल टाइगर की मृत्यु हो गई। वन विभाग के मुताबिक उसकी मृत्यु के समय उम्र 25 वर्ष, 10 महीने और 18 दिन था। रॉयल बंगाल टाइगर खोने से दक्षिण खयेरबारी में मातम छाया हुआ है। आज सबसे उम्रदराज राजा के निधन पर वनकर्मियों के द्वारा नम आखों से भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
आपको बता दें कि राजा का जन्म सुंदरवन में हुआ था। 2008 में सुंदरवन से घायल हालत में उसका उद्धार किया गया था। तब उसकी उम्र 12 वर्ष बताई जा रही थी। सुंदरवन में एक नदी को तैरकर पार करते समय एक मगरमच्छ ने राजा पर हमला कर उसके पिछले पैर को नोच डाला था। राजा ने किसी तरह अपनी जान बचाई थी और जंगल में घायल पड़ा था। वनकर्मियों ने उसका उद्धार किया था। राजा को इलाज के लिए कोलकाता के अलीपुर चिड़ियाघर भेजागया था। वहां से उसे बेहतर इलाज के लिए दक्षिण खयराबाड़ी रॉयल बंगाल टाइगर एंड लीपर्ड रेस्क्यू सेंटर लाया गया था। वहीं उसका नामकरण राजा हुआ था।
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