नई दिल्ली। भारत के ग्लोबल स्टार नीरज चोपड़ा ने दुनिया की हर बड़े एथलेटिक चैंपियनशिप में देश के लिए मेडल जीता है. चाहे वह कॉमनवेल्थ गेम्स हो, एशियन गेम्स हो वर्ल्ड चैंपियनशिप हो या फिर ओलिंपिक्स। नीरज ने हर जगह तिरंगा लहराया है। ओलिंपिक चैंपियन खिलाड़ी लगातार विदेश में रह रहे हैं जहां वह ट्रेनिंग करते हैं और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं। हालांकि जैसे ही वह अपने देश लौटते हैं उसी के रंग में रंग जाते हैं। नीरज भारत में किसी भी इवेंट या प्रेस कॉन्फ्रेंस या इंटरव्यू में अंग्रेजी में बात नहीं करते।
नीरज चोपड़ा अंग्रेजी में नहीं करते बात
बीते सालों में कई ऐसे मौके आए हैं जहां नीरज ने अंग्रेजी में सवाल करने वालों को टोका है। साल 2018 में एकाराम स्पोर्ट्स लिटरेरी फेस्टिवल में हिस्सा लेने पहुंचे नीरज से पत्रकार ने अंग्रेजी में सवाल करना शुरू किया। नीरज चोपड़ा ने उसे मुस्कुराते हुए बीच में ही रोक दिया। नीरज चोपड़ा उससे कहते हैं, ‘भाई क्या आपको हिन्दी आती है।’ इसके जवाब में छात्र कहता है कि हां उसे हिन्दी आती है। नीरज चोपड़ा ने फिर उनसे कहा, ‘तो भाई हिंदी में ही कर लो’। सिर्फ यही नहीं स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स में उन्होंने स्टार एंकर जतिन सप्रू को भी टोक दिया था। जतिन अंग्रेजी में नीरज से सवाल कर रहे थे कि करियर की शुरुआत कहां से हुई। नीरज ने जवाब देने से पहले कहा, ‘हिंदी में पूछ लो’। फैंस को नीरज को यह अंदाज काफी पसंद आया था। उनकी यही अदा हर बार फैंस का दिल जीत लेती थी।
इस वजह से नीरज करते हैं हिंदी में बात
इसके बाद एक इंटरव्यू में नीरज से इसे लेकर सवाल किया गया था कि क्यों वह अंग्रेजी में बात नहीं करते। नीरज ने इस सवाल का जो जवाब दिया उसने सभी का दिल जीत लिया। उन्होंने कहा, ‘मैं एक बहुत छोटे से गांव से आता हूं। मैं चाहता हूं कि जो मैं बोलूं वह उन्हें समझ आए। अंग्रेजी में बात करूंगा तो किसी को कुछ समझ नहीं आएगा तो क्या फायदा’। नीरज की यही छोटी-छोटी बातें उन्हें एक शानदार खिलाड़ी के साथ-साथ शानदार इंसान भी बनाती हैं।
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