बैंकाक। थाईलैंड में गुरुवार को हमलावर ने चाइल्ड केयर सेंटर में अंधाधुंध फायरिंग की। इस घटना में 34 मौतें हुई हैं, इनमें 22 बच्चे भी शामिल हैं। फायरिंग उत्तरी प्रांत के नॉन्गबुआ लम्फू में हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावर पूर्व पुलिस अफसर पन्या खमरब​​​​​​​ (34) था। ड्रग्स के एक केस के सिलसिले में उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। चाइल्ड केयर सेंटर में फायरिंग के बाद खमरब​​​​​​​​​​​​​​ ने खुदकुशी कर ली।
हमलावर खमरब​​​​​​​​​​​​​​ हाईली एजुकेडेट और फिट था
इससे थाइलैंड के सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (CIB) के अफसर मेजर जनरल जिरापोब पुरिडेट के मुताबिक, हमलावर खमरब​​​​​​​​​​​​​​ हाईली एजुकेडेट और फिट था। पुलिस में अफसर बना, लेकिन चंद महीने में ही ड्रग स्मगलिंग से जुड़ गया। इंटर ऑफिस ड्रग टेस्ट में फेल होने के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद वो फुल टाइम ड्रग स्मगलर बन गया। एक बार उसे गिरफ्तार भी किया गया था। वो केस अब भी कोर्ट में चल रहा है। माना जा रहा है कि नौकरी से निकाले जाने की वजह से ही खमरब​​​​​​​​​​​​​​ ने फायरिंग की।
आंखोंदेखी- स्टाफ को मारा, गर्भवती और 2 साल के बच्चे को भी नहीं छोड़ा
जिस वक्त फायरिंग शुरू हुई, तब लोकल अधिकारी जिडापा बूनसोम पास ही काम कर रहे थे। बोले- ऐसा लगा जैसे पटाखे चल रहे हों। बाद में शूटिंग का पता चला। हमलावर ने बच्चों पर गोलियां चलाईं। शूटिंग में दो साल का बच्चा और गर्भवती भी मारे गए। हमलावर दोपहर के वक्त चाइल्ड केयर सेंटर में दाखिल हुआ। तब वहां लंच चल रहा था। उसने स्टाफ पर गोलियां दागीं। इसके बाद वह एक बंद कमरे में जबरदस्ती घुसा, जहां बच्चे सो रहे थे
सोशल मीडिया पर एक बच्चे के बचने की कहानी
फायरिंग की घटना के बाद वुट्ठूचाई बाओथॉन्ग नाम के यूजर ने एक फोटो अपने फेसबुक पेज पर शेयर की। इसमें एक छोटा बच्चा और कुछ लोग आसपास बैठे दिखाई दे रहे हैं। इनके चेहरे ब्लर हैं। बाओथॉन्ग ने लिखा कि उनका भतीजा भी चाइल्ड केयर सेंटर में था, लेकिन वो फायरिंग में बच गया। घटना से पहले ही वह सोने चला गया था और कंबल ओढ़ लिया था। वह गहरी नींद में था। इसकी वजह से उसकी आंख नहीं खुली। हमलावर ने समझा कि वो मर गया है। इस तरह से उनका भतीजा बच गया।
2020 में भी हुई थी मॉस शूटिंग
8 फरवरी 2020 को थाईलैंड के नाखों रतचासिस्मा शहर में एक सिरफिर ने यहां के मशहूर टर्मिनल 21 शॉपिंग मॉल में फायरिंग की थी। घटना में 29 लोगों की मौत हो गई थी और 58 जख्मी हुए थे। हमलावर फरार हो गया था। करीब 18 घंटे बाद घटनास्थल से 60 किलोमीटर दूर पुलिस ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया था। थाईलैंड में गन कल्चर कुछ साल में तेजी से बढ़ा है। यहां गन रखनेवालों की तादाद दक्षिण एशिया के बाकी मुल्कों की तुलना में काफी ज्यादा है। इसके साथ ही क्राइम रेट में भी इजाफा हुआ है।