जलपाईगुड़ी। चाय श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी, जमीन का पट्टा और 35 किलो चावल समेत विभिन्न मांगों को लेकर गेट मीटिंग की। विभिन्न श्रमिक संगठनों के संयुक्त मंच के नेतृत्व में मंगलवार सुबह डेंगुआझार चाय बागान सहित विभिन्न बागानों में गेट मीटिंग करते दिखे। गेट मीटिंग के बाद विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन बागान अधिकारियों को सौंपा गया।
मंच के नेता प्रफुल्ल लाकड़ा ने कहा कि सरकार भी मजदूरों को न्यूनतम वेतन नहीं देना चाहती है। एक साल पहले मुख्यमंत्री ने बिना किसी चर्चा के एकतरफा वेतन वृद्धि की थी। भविष्य में वेतन का क्या होगा, मजदूरों के सामने एक प्रश्न खड़ा हो गया है। इसी वजह से न्यूनतम मजदूरी, जमीन के पट्टे सहित विभिन्न मांगों को लेकर आज की गेट मीटिंग की गई।
डेंगुआझार चाय बागान के वरिष्ठ अंचल अधिकारी आशीष कुमार साहा ने कहा, मुझे संयुक्त मंच से मांग पत्र मिला है। मामलों पर यथासमय चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि चाय बागान में पानी का संकट है। इसे दूर करने के लिए मालिक पक्ष प्रयास कर रहे हैं। मामले को लेकर जिला परिषद से बात करने के बाद भी जिला परिषद ने कोई पहल नहीं की। यहां जल परियोजना करने के लिए आवश्यक एनओसी देने के लिए मालिक पक्ष तैयार है। गेट मीटिंग में रोहित रौशन तिर्की, गणेश उरांव, जहरू उरांव, कृष्ण सेन आदि बोले।
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