पंचायत चुनाव से पहले तृणमूल में गुटबाजी चरम पर, कार्यकर्ता का हुआ अपहरण, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
मालदा। कुछ महीनों बाद पंचायत चुनाव होने वाले है। इस बीच मालदा के हरिश्चंद्रपुर में सत्ताधारी दल के गुट में फिर झगड़ा हो गया। एक तृणमूल कार्यकर्ता को कल रात उसके घर के पिछवाड़े से कथित तौर पर अगवा कर लिया गया। क्षेत्र के एक अन्य तृणमूल समूह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। अपहरणकर्ता की पत्नी को कथित तौर पर पीटा गया। अपहृत परिवार के सदस्यों का दावा है कि अपहृत अब्दुल बारिक को मार दिया गया है। यह घटना मालदा के हरिशचंद्रपुर के कटलामारी इलाके की है। क्षेत्र पर बशीर व उनसाहक गुटों के कब्जे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। आरोप है कि बशीर और उसके गिरोह ने उनसाहक के भाई अब्दुल बारिक का अपहरण कर लिया। कुछ महीने पहले दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई थी। इस बार, उनसाहक के भतीजे अब्दुल बारिक को उनके परिवार के अनुसार घर से ले जाकर मार डाला गया।
हालांकि उनसाहक पहले कांग्रेस और बशीर सीपीएम में शामिल हो गए थे, लेकिन आरोप है कि दोनों गुट अब सत्ताधारी पार्टी की छत्रछाया में हैं| हालांकि,बारिक के परिवार ने दावा किया कि बारिक का अपहरण कर उसकी हत्या की गई, लेकिन पुलिस इसे स्वीकार नहीं कर रही।
पुलिस ने बताया कि “उसकी हर जगह तलाश की जा रही है। उनके घर पर ताला लगा हुआ था।”इस पूरे घटनाक्रम को लेकर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है।
दूसरी ओर, यह पंचायत वोट से पहले चलने वाला ट्रेलर है, पंचायत के वोट आने पर कई चीजें देखी जा सकती हैं। कटमनी की सरकार, गुटबाजी से त्रस्त पूरा प्रदेश, भाजपा जिला किशन केडिया को कहा इसका जनता मुंहतोड़ जवाब देगी। उधर, तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष ने गुटबाजी और झगड़े की बात व्यावहारिक रूप से स्वीकार कर ली। सफाई तृणमूल ब्लॉक के अध्यक्ष हजरत अली ने कहा कि “अगर वे गलत करते हैं तो पार्टी लोगों के साथ खड़ी नहीं होगी।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक लेफ्ट पीरियड में बशीर माकपा के साये में थे। वही उन्साहक कांग्रेस में थे। क्षेत्र के कब्जे को लेकर उनका विवाद तीस साल से अधिक समय से चल रहा है। दो गुटों के बीच कई बार हुई झड़प और मुठभेड़ के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है। उनसाहक को 2010 में दो समूहों के बीच गोलीबारी के दौरान गोली मार दी गई थी। हालांकि, वह बच गया। एक बिंदु पर, उनसाहकेक के बेटे और बेटी को भी गोली मार दी गई थी। छह महीने पहले खाराग्राम में दोनों पक्षों के बीच हुई मुठभेड़ में उनसाहक के बेटे और भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
हालांकि दोनों पक्षों के बीच हुई कई झड़पों में न केवल उनसाहक के लोग बल्कि बशीर पक्ष के लोग भी गोली से घायल हो गए। अपहरण के बाद से इलाके में तनाव बढ़ गया है। उनसाहक गुट का आरोप है कि “बशीर और उसके गिरोह ने शनिवार रात उनसाहक के भतीजे अब्दुर बारिक के घर पर धावा बोल दिया। जब उसे उठाया जा रहा था तो उसकी पत्नी साइमा बीबी ने उसे रोक लिया। उनकी पत्नी साइमा बीबी को भी बाधा डालने पर बुरी तरह पीटा गया। उनकी पिटाई से साइमा बेहोश हो गई। आरोपियों ने जब अब्दुल बसीर के गुट के लोगों से संपर्क करने की कोशिश की तो उनसे किसी भी तरह से संपर्क नहीं हो पाया।” हरिश्चंद्रपुर आईसी संजय कुमार दास ने कहा, “पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। अगवा बारिक की तलाश की जा रही है।”
Comments are closed.