पटना। पटना में विपक्षी पार्टियों की पहली बड़ी बैठक मुख्यमंत्री आवास 1 अणे मार्ग में शुरू हो गई है। इसमें 15 पार्टियों के नेता मौजूद हैं। बैठक 5 घंटे तक चलेगी। इसमें भाजपा के खिलाफ लड़ने का रोडमैप तैयार किया जाएगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, उद्धव ठाकरे शुक्रवार सुबह पटना पहुंचे। राहुल और खड़गे पहले एअरपोर्ट से सीधे कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। यहां राहुल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर BJP को हराएंगे। देश में दो विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ो विचारधारा है तो दूसरी ओर BJP-RSS की भारत तोड़ो।
15 पार्टियों के नेता पटना में
ये पार्टियां शामिल होंगी: JDU, RJD, AAP, DMK, TMC, CPI, CPM, CPI (ML), PDP, नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, शिवसेना, सपा, JMM और NCP।
नेता, जो मीटिंग में शामिल हैं: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री नेता एम के स्टालिन, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, डी राजा, दीपांकर भट्टाचार्य और महबूबा मुफ्ती। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, NCP के शरद पवार और जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, सपा के अखिलेश यादव, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, JMM के हेमंत सोरेन शुक्रवार को पटना पहुंचे। बिहार से JDU से नीतीश कुमार और RJD से तेजस्वी यादव बैठक में शामिल हैं। बैठक में लालू यादव भी पहुंच गए हैं।
बैठक में सभी दलों के नेताओं को बोलने का दिया जाएगा मौका
महागठबंधन के सूत्रों के मुताबिक, बैठक में शामिल सभी दलों के नेताओं को बोलने का वक्त मिले, इसका खास ख्याल रखा गया है। बैठक का मुख्य उद्देश्य BJP को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना है। इसके लिए नए सिरे से विपक्षी दलों को एकजुट किया जा रहा है। बैठक में कई अहम निर्णय लिए जाएंगे। इसमें मुख्य रूप से विपक्षी एकजुटता का नाम क्या हो? इसकी अगुआई कौन करेंगे। इस पर फैसला हो सकता है। साथ ही चुनाव में टिकट के फार्मूले और कॉमन मिनिमन प्रोग्राम पर भी चर्चा हो सकती है।
ममता बनर्जी सबसे पहले लालू से मिलीं, पैर छूकर लिया आशीर्वाद
पटना पहुंचने के बाद सबसे पहले ममता बनर्जी राबड़ी आवास पहुंचीं। यहां उन्होंने लालू यादव से पैर छूकर आशीर्वाद लिया। हालांकि, उन्होंने बैठक में एजेंडा के सवाल पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि हम लोग इकट्ठा होकर चुनाव लड़ेंगे। एक के खिलाफ एक लड़ेंगे।
बैठक से पहले पटना की सड़कों पर पोस्टर वार
बैठक से पहले ही बिहार में पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। महागठबंधन की तरफ से जहां विपक्षी दलों के स्वागत के पोस्टर लगाए गए हैं तो वहीं BJP की तरफ से पोस्टर लगाकर तंज कसते हुए विपक्षी नेताओं को ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान कहा है। ये पोस्टर इनकम टैक्स गोलंबर और BJP कार्यालय के बाहर लगाए गए हैं।
पटना में जगह-जगह लगे पोस्टर।
पोस्टर में कई तरह के तंज भी कसे गए हैं। जैसे- एक पोस्टर में लिखा गया- हल्ला है हर ओर, बिहार में मिलेंगे सारे चोर’ वहीं दूसरे पोस्टर में लिखा गया है ‘लोकतंत्र के हत्यारे, आज किस मुंह से जेपी की धरती पर आ रहे हैं? क्या देश में फिर से इमरजेंसी लगाना चाहते हैं?
AAP ने पोस्टर लगा केजरीवाल को नीतीश से सतर्क रहने की सलाह दी
वहीं पटना में एक और पोस्टर की चर्चा है। इसे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरफ से लगाया गया है। इसमें दिल्ली के CM अरविंद
12 राज्यों के क्षत्रप BJP का बिगाड़ सकते हैं खेल
BJP को देश की सत्ता से हटाने के लिए बिहार में शुक्रवार को महत्वपूर्ण विपक्षी एकता की बैठक होगी। इसमें 15 भाजपा विरोधी दलों के शामिल हो रहे हैं। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो 10 साल से अलग-थलग पड़े UPA का नए सिरे से गठन किया जा सकता है। इसमें कई नए दल शामिल होंगे, जिसका चेयरमैन गांधी परिवार या कांग्रेस से अलग नीतीश कुमार को बनाया जा सकता है। नए संयोजक के रूप में उनके नाम की घोषणा हो सकती है।
कभी इंदिरा हटाओ के लगते थे नारे:
बिहार…एक ऐसा राज्य जिसकी भूमि ने न जानें कितने आंदोलनों, रैलियों को जन्म दिया है। यही वजह है कि यहां कि भूमि को आंदोलन की जननी कहा जाता है। महात्मा गांधी का चंपारण से अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन हो या फिर लोकनायक जय प्रकाश नारायण का इमरजेंसी के खिलाफ आंदोलन। दोनों का जन्म इसी धरती से हुआ। इन आंदोलनों ने उस समय सत्ता की नींव हिलाकर रख दी थी। इसके बाद जैसे आंदोलनों का एक दौर शुरू हो गया। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव गरीब रैली की आज भी चर्चा होती है।