पश्चिम बंगाल : बीजेपी की रैली को रोकने की कोशिश, पुलिस ने किया आंसू गैस और वॉटर कैनन का इस्तेमाल, एक कार्यकर्ता की मौत
तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ सिलीगु़ड़ी में बीजेपी के मार्च में पुलिस से झड़प में पार्टी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई और कई घायल हो गए। कुछ पुलिसवालों और पत्रकारों के घायल होने की रिपोर्ट है। बीजेपी के कई नेता दो विपरीत दिशाओं से रैली का नेतृत्व करते हुए राज्य सचिवालय की शाखा उत्तरकन्या की ओर बढ़ रहे थे। पुलिस ने मार्च को रोकने का प्रयास किया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें और आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
बीजेपी ने अपने कार्यकर्ता की मौत के विरोध में उत्तर बंगाल में बंद का ऐलान किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कोलकाता में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात करके अपने कार्यकर्ता उलेन राय की मौत की न्यायिक जांच की मांग की।
भाजयुमो ने आरोप लगाया कि उत्तर बंगाल के लोगों से किए गए वादों को सरकार ने पूरा नहीं किया और सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक नहीं पहुंचा। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने इलाके में लगाए गए बांस के बैरिकैड को आग के हवाले कर दिया।
तीनबत्ती, फूलवारी बाजार सहित करीब चार स्थानों पर पुलिस के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प हुई। पुलि द्वारा छोड़े गए आंसी गैस के बाद भाजपा रैली में शामिल कई महिलाएं बीमार हो गईं। भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बैंगलोर दक्षिण से लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या और राज्य भाजयुमो अध्यक्ष सौमित्र खान भी बीमार हो गए।
फुलबारी बाजार में एक रैली का नेतृत्व करने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के उभार से डरकर सरकार दमनकारी नीति अपना रही है। घोष ने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन ने लोकतांत्रिक प्रदर्शन को रोकने के लिए पूरे सिलीगुड़ी में कई स्थानों पर बैरिकैड लगा दिए।
तीन बत्ती मोड़ के पास दूसरी रैली का नेतृत्व भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने किया और इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने दो जगह पुलिस की घेराबंदी को तोड़ दिया, हालांकि वे तीसरी घेराबंदी को तोड़ आगे नहीं बढ़ पाए। यहां से उत्तरकन्या केवल एक किलोमीटर की दूर है।
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