मालदा। मालदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डॉक्टरों ने सर्वाइकल एपिड्यूरल एनेस्थीसिया के तहत टोटल थायरॉयडेक्टॉमी सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी की है। मालदा में यह पहली बार है यह सर्जरी हुई है। चिकित्सको के अनुसार सिर्फ मालदा ही नहीं उत्तर बंगाल में भी यह पहली बार ऐसे सर्जरी हुई है। गले की सर्जरी के दौरान मरीज पूरी तरह से सचेत रहता है और थायरॉइड सर्जरी के दौरान प्रतिक्रियाशील रहती है। डॉक्टरों का कहना है कि थायराइड सर्जरी के साथ गण्डमाला से पीड़ित हृदय रोगियों के लिए सर्वाइकल एपिड्यूरल एनेस्थेसिया सबसे अच्छा विकल्प है।आम तौर पर, रोगी को बेहोश किए बिना संपूर्ण थायराइड सर्जरी की जाती है।
उल्लेखनीय है कि कल्पना मंडल (48) लंबे समय से थायराइड की समस्या से पीड़ित थीं। कई जगह इलाज के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ। आखिरकार कुछ महीने पहले वह मालदा मेडिकल के ईएनटी विभाग में आयी। इस दिन 6 डॉक्टरों की टीम ने उनकी सफल सर्जरी की। मरीज के पति पुण्य मंडल ने मालदा मेडिकल के डॉक्टरों को धन्यवाद दिया। उनका घर गाजोल थाना, ग्वालपाड़ा, कृष्णापुर में है। उस टीम में, डॉ. उत्पल जाना, एमडी, ने कहा कि थायरॉइड सर्जरी आमतौर पर सामान्य एनेस्थीसिया के तहत आसानी से की जा सकती है। लेकिन सर्वाइकल एपिड्यूरल एनेस्थीसिया हमारे लिए और जाहिर तौर पर मरीज के लिए सर्जरी को आसान बना देता है। यह मेरे करियर में पहला और संभवत: उत्तर बंगाल में पहला है।
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