इस्लामाबाद । पाकिस्तान की सरकार ने दोस्त तुर्की के बाद अब श्रीलंका के साथ धोखा किया है जिससे सोशल मीडिया पर उसकी किरकिरी हो रही है। पाकिस्तान ने मानवीय सहायता के नाम पर चक्रवात से प्रभावित श्रीलंका को एक्सपायरी फूड आइटम भेज दिया है। श्रीलंका में पाकिस्तान के उच्चायोग ने जो तस्वीरें जारी हैं, उससे ही इस फर्जीवाड़े की पोल खुल गई है। पाकिस्तान ने राहत सामग्री के नाम पर पानी, दूध और बिस्कुट भेजा है। माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट एक्स पर इसकी तस्वीरें देखकर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने पाकिस्तान की इस घटिया हरकत को पकड़ लिया। अब वे तस्वीरें शेयर करके कंगाल पाकिस्तान को बेनकाब कर रहे हैं। इससे जहां श्रीलंका की सरकार भड़क उठी है, वहीं पाकिस्तान को राजनयिक शर्मिंदगी उठानी पड़ी है।
सोशल मीडिया यूजर्स ने तस्वीर देखकर बताया कि पाकिस्तान ने जो राहत सामग्री भेजी है, उसकी एक्सपायरी डेट अक्टूबर 2024 है। उन्होंने पाकिस्तानी दूतावास को जमकर ट्रोल किया है और कहा कि ये राहत सामग्री 10 परिवार के लिए भी पर्याप्त नहीं है और ऊपर से यह एक्सपायरी है। एक यूजर ने लिखा कि ये नीच किस्म के लोग हैं। हिंदू बहुल देश में भूकंप के दौरान बीफ भेजना और अब श्रीलंका को एक साल पहले ही एक्सपायर हो चुके खाने को भेजना यही दिखाता है। इससे पहले साल 2023 में भी तुर्की में भूकंप के दौरान पाकिस्तान ने वही राहत सामग्री वापस तुर्की को भेज दी थी जो उसने कराची में बाढ़ के दौरान उसने भेजा था।
श्रीलंका ने पाकिस्तान को जमकर सुना दिया
पाकिस्तान के तुर्की के साथ किए धोखे से उसकी जमकर किरकिरी हुई थी। इसके बाद कंगाल पाकिस्तान की सरकार नहीं सुधरी और अब श्रीलंका को एक्सपायरी खाना भेज दिया। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपायरी और बेकार खाना देखकर अधिकारियों को श्रीलंका के आपदा प्रबंधन और विदेश मंत्रालय से इसको लेकर गंभीर चिंता जतानी पड़ी। इसके बाद श्रीलंका सरकार ने पाकिस्तान से औपचारिक और अनौपचारिक तरीके से इस पर घटनाक्रम पर आपत्ति जताई है।
यही नहीं श्रीलंका संकट के नाम पर पाकिस्तान ने भारत को फंसाने की कोशिश की जिसे भारत ने तथ्यों के साथ फेल कर दिया। भारत ने चक्रवात प्रभावित श्रीलंका को मानवीय सहायता भेजने के लिए भारतीय हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने के पाकिस्तान के अनुरोध पर सोमवार को त्वरित विचार किया। इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने पाकिस्तानी मीडिया में आई उन खबरों को ‘‘फर्जी’’ करार दिया, जिनमें कहा गया है कि भारत ने श्रीलंका को मानवीय सहायता भेजने के लिए पाकिस्तान को अपने हवाई क्षेत्र से उड़ान भरने की इजाजत नहीं दी।
भारत ने बताया पाकिस्तानी झूठ का सच
भारतीय अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ने सोमवार को दोपहर लगभग एक बजे (भारतीय समयानुसार) भारतीय हवाई क्षेत्र के ऊपर से उड़ान भरने की अनुमति मांगते हुए आधिकारिक अनुरोध किया था। अधिकारियों के मुताबिक, चूंकि अनुरोध श्रीलंका को मानवीय सहायता भेजने के लिए किया गया था, इसलिए भारत ने इसे शीघ्रता से मंजूरी दे दी और सोमवार को शाम साढ़े पांच बजे (भारतीय समयानुसार) आधिकारिक माध्यम से पाकिस्तान को इसकी सूचना दे दी। उन्होंने बताया कि इस पर बेहद कम यानी मात्र चार घंटे की नोटिस अवधि में कार्रवाई की गई।
अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से भारतीय विमानन कंपनियों के लिए अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद भारत ने यह कदम पूरी तरह से मानवीय आधार पर उठाया। एक अधिकारी ने कहा, ‘पाकिस्तानी मीडिया हमेशा की तरह दुष्प्रचार और फर्जी खबरें फैलाने में लगा हुआ है। ये आरोप बेबुनियाद और भ्रामक हैं। हवाई क्षेत्र से गुजरने के सभी अनुरोधों पर स्थापित प्रक्रियाओं और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार सख्ती से कार्रवाई की जाती है।’ अधिकारियों ने बताया कि हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की अनुमति पर भारत के निर्णय मानक परिचालन, तकनीकी और सुरक्षा आकलनों से संचालित होते हैं, न कि राजनीतिक विचारों से। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी मीडिया में प्रसारित खबरें गलत और गैर-जिम्मेदाराना हैं। श्रीलंका चक्रवात के कारण आई भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। बाढ़ और भूस्खलन के कारण 390 से अधिक लोग मारे गए हैं।