‘पानी में पुल, उफान पर सियासत’, महासेतु के जलमग्न होने पर बीजेपी हमलावर, मांगा CM नीतीश कुमार का इस्तीफा
पटना। बिहार के भागलपुर में अगुवानी घाट पर बन रहे पुल का एक बहुत बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया। पुल गिरने के बाद लगा सुनामी आ गया है। इसके बाद वहां पास से गुजर रही नाव हिचकोले खाने लगी। तब लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। पुल गिरने के बाद उठा सियासी तूफान तो शांत हो गया लेकिन राजनीतिक उफान तेज हो गया है। 17 करोड़ की लागत से बन रहा पुल बिना एक गाड़ी गुजरे जलमग्न हो गया बीजेपी नीतीश सरकार पर हमलावर है। बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने तंज किया है।पुल ध्वस्त और सरकार मस्त है।
बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार के भ्रष्टाचार मॉडल का यह नजारा है। उन्होंने कहा कि पुल के भरभराकर गिरना यह दर्शाता है कि बिहार में नीतीश सरकार के अंदर कितना भ्रष्टाचार व्याप्त है।
‘दूसरे निर्माण कार्य पर भी सवाल’
सम्राट चौधरी ने कहा इस पुल को 2021 में ही पूरा हो जाना था लेकिन भ्रष्टाचार की वजह से इसका निर्माण कार्य लटका पड़ा है। निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तमाल किया गया। इससे पहले भी यह पुल हवा के झोके से गिर चुका है! वहीं बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री शाहनवाज़ हुसैन ने कहा कि सुल्तानगंज-अगुवानी पुल का इस तरह से गिरना बिहार में चल रहे दूसरे निर्माण कार्य पर भी सवाल खड़े करता है।शाहनवाज़ हुसैन कहा कि इस पुल के गिरने से विश्व प्रसिद्ध बाबा अजगेबीनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की भी उम्मीद भी टूट गई है।
‘चाचा भतीजा दें इस्तीफा’
वहीं केंद्रीय मंत्री और बक्सर के सांसद ने भी नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि चाचा भतीजे को इस्तीफा देना चाहिए। क्योंकि पुल का गिरना भ्रष्टाचार की कहानी चीख-चीख कर बयां कर रही हैं और इसके बाद सीएम और डिप्टी सीएम को इस्तीफा देकर मिसाल पेश करनी चाहिए।
दरअशल बिहार के अगुवानी में रविवार को पुल का एक बड़ा हिस्सा पानी में समा गया, जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद कई मजदूर लापता है। मामला सामने आने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं उन्होंने कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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