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पुलिस ने सुलझाई सिलीगुड़ी फायरिंग कांड की गुत्थी, संपत्ति के लिए अपने ही बने दुश्मन, तीन रिश्तेदार गिरफ्तार

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सिलीगुड़ी। सिलीगुड़ी  नगर निगम के वार्ड नंबर 38 के सुकांतनगर इलाके में हुई फायरिंग कांड की गुत्थी को सुलझा लिए है। साथ ही शूटआउट एट सुकांत नगर का षडयंत्र रचने वाले तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चौथा फरार बताया गया है। आपको बता दें कि स्वतंतंत्र दिवस के दिन में विद्युत साहा नामक एक व्यक्ति को गोली लगी मार दी गयी थे। इस शूटआउट मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपितों के नाम सुशील साहा, बाप्पा साहा उर्फ बापी और छोटन साहा पुलिस ने बताया है। आरोपितों को जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया गया और अदालत ने तीनों को आठ दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा है। लेकिन बंदूक का ट्रिगर दबाने वाला अभी भी पुलिस की राडार से कोसों दूर हैं। लेकिन जो मामला सामने आया है उसके अनुसार पैतृक संपत्ति के लिए अपनों के ही काल बनने का है।
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के डीसीपी (इस्ट) जय टुडू ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है। डीसीपी जय टुडू ने बताया कि आरोपितों में शामिल सुशील साहा घटना में घायल हुए विद्युत साहा का चाचा है। वहीं बाप्पा और छोटन साहा सुशील का बेटा यानी विद्युत का चचेरा भाई है। जबकि सुशील का एक और बेटा बंटी फरार है। उन्होंने बताया कि विद्युत सुकांत नगर में रहता है,जबकि आरोपित चयनपाड़ा के निवासी हैं। चयनपाड़ा में इनकी एक पैतृक जमीन है। विद्युत दावा है कि वह भी उस संपत्ति का हकदार है। लेकिन सुशील और उनके बेटे उस जमीन में विद्युत को हिस्सा देने के लिए तैयार नहीं थे। इसको को लेकर काफी समय से दोनों के बीच विवाद चल रहा था। इन विवादों के बीच विद्युत ने सुशील साहा को कर्ज के तौर पर दस लाख से अधिक रुपया दे रखा था। यह रुपया भी विवाद का एक कारण था। विद्युत का आरोप है कि जायदाद में हिस्सा और कर्ज की रकम वापस मांगने पर चाचा और चचेरे भाई जान से मारने की धमकी दिया करते थे। इसी कड़ी में 15 अगस्त की रात करीब पौने नौ बजे मोटर साइकिल पर सवार दो लोग उनके घर पहुंचे और आवाज लगाई। वह अपने आफिस में बैठे हुए थे। बाहर निकलते ही उन्हें निशाना बनाकर गोली दागी गई।
आरोपितों ने विद्युत को मारने के लिए शूटर हायर किया था। लेकिन वे लोग कहां से आए और वारदात को अंजाम देने के बाद कहां चले गए, पुलिस उसकी जांच में जुटी हुई है। सीसीटीवी में कैद फुटेज में मोटर साइकिल चालक हेलमेट पहना है और पीछे बैठा व्यक्ति मुंह पर कपड़ा बांधे हुए था। मोटर साइकिल का माडल और रंग तो पहचाना गया है लेकिन नंबर प्लेट साफ-साफ नहीं है। वारदात के वख्त का डंप डाटा और आरोपितों के मोबाइल काल डिटेल की भी जांच की जा रही है। षडयंत्र में शामिल सुशील का बेटा बंटी और ट्रिगर दबाने वालों को भी जल्द गिरफ्तार करने की बात पुलिस ने कही है। पत्रकार सम्मलेन में एसीपी (इस्ट) शुभेंद्र कुमार, आसीघर चौकी प्रभारी सुदीप दत्ता व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


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