कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पिछले ढाई महीने में Acute Respiratory Infections (एआरआई) के कुल 12,343 मामले सामने आए हैं। मंगलवार को एक और बच्चे की मौत हो गई .बीसी रॉय चिल्ड्रन हॉस्पिटल में एक और बच्चे की मौत हो गई। वह बारासात के कदंबगाछी का रहने वाला है। उसे आठ दिन पहले बीसी रॉय चिल्ड्रन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उसे बुखार-सर्दी-सांस संबंधी लक्षणों के साथ भर्ती कराया गया था। सोमवार की रात डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक राज्य में एडिनोवायरस संक्रमण से 19 लोगों की मौत हो चुकी है और उनमें से 13 को गंभीर बीमारियां थीं।
राज्य के आला स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, ” राज्य और कोलकाता के अस्पतालों में भर्ती होने वाले नए मरीजों की संख्या घटकर एक सप्ताह पहले प्रतिदिन लगभग 800 से घटकर लगभग 600 प्रति दिन रह गई है।” लगातार मामलों में कमी आ रही है।
टास्क फोर्स ने की बैठक, लिए महत्वपूर्ण फैसले
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी की अध्यक्षता में श्वांस संबंधित बीमारियों को लेकर गठित उच्च स्तरीय टास्क फोर्स ने सोमवार को बैठक हुई। टास्क फोर्स ने फैसला किया कि निजी अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टरों और निजी चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और इंडियन एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिशियन (आईएपी) अपने सदस्यों के संवेदीकरण और सार्वजनिक जागरूकता के लिए शामिल होंगे। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि लक्षणों की शुरुआती पहचान के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सामान्य सलाह दी जाएगी. मामलों की जल्द पहचान के लिए आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर का दौरा तेज किया जाएगा।
सोशल मीडिया से फैलाई जाएगी जागरूकता
वरिष्ठ डॉक्टर और विशेषज्ञ अस्पतालों में उपचार प्रोटोकॉल की निगरानी करेंगे। इसके साथ ही एडिनोवायरस और श्वांस संबंधित बीमारियों से बचाव के लिए निजी अस्पतालों में डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। आईएमए, इंडियन एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिशियन जन जागरूकता में शामिल होंगे। बयान में कहा गया है कि प्राथमिक स्तर पर जागरूकता बढ़ाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा और सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी। शीघ्र निदान के लिए आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर जांच करेगी और घरों का दौरा करेंगी। बता दें कि राज्य में सांस और बुखार से पीड़ित बच्चों की मौत से कोहराम मचा हुआ है। राज्य सरकार ने एडवाइजरी भी जारी की है।