सिलीगुड़ी। जलपाईगुड़ी शहर से सटे शिरीषातला इलाके में रास्ते के किनारे बिजली के खंभे के नीचे एक कोबरा सांप सोया हुआ था। अनजाने में बिजली कर्मियों द्वारा खम्बे उखाड़ने के दौरान साबल के आघात से कोबरा की नाड़ी बाहर आ गई। इसके बाद बिजली कर्मियों ने इसकी जानकारी पर्यावरण प्रेमी संस्था विश्वजीत दत्त चौधरी को दी।
खबर वह मौके पर पहुंचे विश्वजीत घायल सांप को जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल ले गए। जहां उसका ऑपरेशन हुआ और शरीर 30 टांके लगा कर उसकी जान बचा ली गई। सांप के स्वस्थ होने के बाद उसे विश्वजीत ने जंगल में छोड़ दिया। विश्वजीत के इस कार्य के लिए लोगों ने उन्हें साधुवाद दिया है।
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