नई दिल्ली। भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज दो एफआईआर का ब्योरा सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों एफआईआर में यौन शोषण के आरोप हैं। दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में 28 अप्रैल को ये दोनों एफआईआर दर्ज हुई थीं। जिसमें पहलवानों ने गलत तरीके से छूना, बहाने से सीने पर हाथ फेरने के अलावा और भी कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, पहली एफआईआर में छह बालिग रेसलर्स ने आरोप लगाया है कि सांसद बृजभूषण ने उन्हें गलत तरीके से छुआ। बहाने से सीने पर हाथ रखने की कोशिश की। यहां तक कि सांस को चेक करने के बहाने से उनकी टी-शर्ट भी उतारी। एक जख्मी महिला खिलाड़ी का खर्च कुश्ती संघ द्वारा उठाने को लेकर संबंध बनाने की डिमांड भी की। आरोप है कि जब खिलाड़ी ने इससे इनकार कर दिया तो उनके साथ ट्रायल में भेदभाव किया गया।
वहीं दूसरी एफआईआर में एक नाबालिग रेसलर ने बहाने से कमरे में बुलाकर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है, लेकिन अपनी सूझ-बूझ वह बच निकली। बृजभूषण के खिलाफ धारा 354, 354 ए, 354 डी, और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कल ही पहलवानों के आरोपों को लेकर सांसद बृजभूषण ने कही थी ये बात
पहलवानों के आरोपों को लेकर गुरुवार को ही सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है। एक भी आरोप साबित हुआ तो फांसी पर लटक जाऊंगा। पहलवानों की पहले कुछ मांग थी, अब कुछ और हो गई। कौन क्या कह रहा है उससे मतलब नहीं है। इनकी शर्तें, भाषा लगातार बदल रही हैं। वहीं हरियाणा के पहलवानों के सम्मान की लड़ाई अब पश्चिमी यूपी तक आ गई है। जिसको लेकर किसान नेताओं के अलावा तमाम संगठन आए हैं।
बृजभूषण पर हैं ये गंभीर आरोप
आपको बताते हैं कि आखिर नाबालिग रेसलर ने अपनी शिकायत में क्या आरोप लगाए हैं। FIR के मुताबिक, पीड़ित ने बताया है कि आरोपी ने आरोपी ने कसकर पकड़ लिया, तस्वीर खिंचवाने का नाटक किया, अपनी ओर खींचा, कंधे पर जोर से दबाया और फिर जानबूझकर उसके शरीर को गलत तरीके से छुआ जबकि पीड़िता की तरह से स्पष्ट कर दिया गया था कि उसका पीछा न करें।
6 बालिग महिला रेसलर्स के हैं क्या आरोप?
इसके अलावा 6 बालिग महिला रेसलर्स ने जो शिकायत पुलिस को बृजभूषण के खिलाफ दी है। उसमें भी गंभीर आरोप हैं। पहली शिकायत ये है कि आरोपी ने होटल के रेस्तरां में रात के खाने के दौरान टेबल पर बुलाया, फिर टच किया, छाती से पेट तक छुआ। रेसलिंग फेडरेशन के ऑफिस में बिना इजाजत के घुटनों, कंधों और हथेली को छुआ गया। अपने पैर से मेरे पैर को भी टच किया गया। सांसों के पैटर्न को समझने के बहाने से छाती से पेट तक टच किया गया।
कोच की नामौजूदगी में क्या किया?
जो दूसरी शिकायत है उसके मुताबिक, जब पीड़ित चटाई पर लेटी थी, तब आरोपी उसके पास आया, तब कोच मौजूद नहीं थे। इस दौरान बिना इजाजत टी-शर्ट खींची, अपना हाथ मेरे ऊपर रख दिया। छाती पर और मेरी श्वास की जांच के बहाने इसे मेरे पेट के नीचे सरका दिया। फेडरेशन के ऑफिस में मैं अपने भाई के साथ थी, मुझे बुलाया और भाई को रुकने को कहा गया, फिर कमरे में अपनी तरफ जबरदस्ती खींचा।
तीसरी शिकायत के मुताबिक, आरोपी ने माता-पिता से बात करने के लिए कहा। गले लगाया, मुझे रिश्वत देने की बात कही. चौथी शिकायत के मुताबिक सांस की जांच के बहाने नाभि पर हाथ रख दिया। पांचवीं शिकायत के मुताबिक, जब पीड़ित लाइन में सबसे पीछे थी, तब आरोपी ने गलत तरीके से छुआ, जब दूर जाने की कोशिश की तो कंधे को पकड़ लिया। छठी शिकायत के मुताबिक, तस्वीर के बहाने आरोपी ने कंधे पर हाथ रखा जिसका उसने विरोध किया।