सिलीगुड़ी । बैंक के निजीकरण के खिलाफ माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने आवाज उठायी। मंगलवार को उन्होंने सिलीगुड़ी के अनिल विश्वास भवन में प्रेस कांफ्रेंस की और बैंक के निजीकरण का आरोप लगाकर केंद्र सरकार पर अपना गुस्सा जाहिर किया।
उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी में जिला समिति की 2 दिवसीय बैठक में लगातार मूल्य वृद्धि का विरोध वामपंथी दलों के द्वारा किया गया। महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में मिलकर लड़ने का निर्णय लिया गया है। साथ ही उनकी यह भी शिकायत है कि बंगाली भाषी अभी भी असम में डिटेंशन कैंपों में हैं।
उन्होंने दार्जिलिंग राजभवन में असम की मुख्यमंत्री और ममता बनर्जी ने राज्यपाल के सामने चाय पीने का मुद्दा उठाया और कहा कि किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री ने असम-बांग्लादेश सीमा पर बाढ़ की स्थिति के बारे में कुछ भी चर्चा क्यों नहीं की? राष्ट्रपति चुनाव के साथ ही खरीद-फरोख्त जारी रही। साथ ही इस दिन माकपा के प्रदेश सचिव ने तृणमूल-भाजपा गठबंधन की शिकायत की। वे उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल के बीच विभाजन बनाने की भी योजना बना रहे हैं। दार्जिलिंग में अभी भी सुधार नहीं हुआ है लेकिन भ्रष्ट नेता बन रहे हैं। प्रेस कांफ्रेंस में मोहम्मद सलीम के अलावा जिला सचिव समन पाठक, वाम मोर्चा संयोजक और माकपा नेता जिबेश सरकार भी उपस्थित हुए।
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