नई दिल्ली। तुर्की और सीरिया में सोमवार को एक के बाद एक तीन भूकंप के झटकों से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अब तक इस भीषण हादसे के चलते 4000 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। तुर्की में 2921 और सीरिया में 1444 लोगों की जान गई है। हर तरफ लाशों का ढेर लगा हुआ है। वहीं भारत ने भूकंप से बुरी तरह प्रभावित तुर्की की तरफ मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद हिंडन एयरबेस से राहत सामग्री की पहली खेप तुर्की के अडाना पहुंच गई है। अडाना पहुंची राहत सामग्री का पहला वीडियो भी सामने आया है। भारत की तरफ से राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की एक टीम को वहां भेजा गया है। दूसरी को भी जल्द रवाना किया जाएगा।
एनडीआरएफ के डीजी ने दी पूरी जानकारी
तुर्की में राहत एवं बचाव कार्य के लिए भेजी गई एनडीआरफ की टीम के बारे में डीजी अतुल करवाल ने विस्तार से जानकारी दी। अतुल करवाल ने बताया कि आज 7 फरवरी की सुबह 3 बजे एनडीआरएफ की एक टीम को रवाना किया गया है। उस टीम में 51 रेस्क्यू स्टाफ, 5 महिला रेस्क्यू स्टाफ और तीन कारों को भेजा गया था जो अब तुर्की के अडाना एयरपोर्ट पर पहुंच गए हैं। वहीं उन्होंने बताया कि दूसरी टीम को आज ही सुबह 11 बजे रवाना किया गया है। इसमें 50 रेस्क्यू करने वाले लोगों के साथ एक कमांडर भी शामिल है। हमने इसके साथ एक एनडीआरएफ डॉक्टर, पैरामेडिकल और अन्य साथियों को भी भेजा है।
मोहसेन शाहेदी, डीआईजी ऑपरेशन और प्रशिक्षण, एनडीआरएफ , गाजियाबाद ने इससे पहले बताया कि तुर्की और सीरिया में भयानक भूकंप आने से कई लोगों की मृत्यु हुई है। इसको देखते हुए भारत सरकार ने एनडीआरएफ की 2 टीमें वहां भेजने का निर्णय लिया है। इस बचाव अभियान में हमारी टीम में 47 लोग हैं जिनके साथ 3 वरिष्ठ अधिकारी हैं। हमारे साथ पैरामेडिकल स्टाफ और मेडिकल उपकरण भी हैं।
हर तरफ लाशों का ढेर, मरने वालों की संख्या 4000
तुर्की और सीरिया में आए भयानक भूकंप ने चारों ओर सिर्फ लाशें ही लाशें छोड़ दी हैं। हर ओर से अपनों को खोजते लोगों की चीख पुकार सुनाई दे रही है। अब तक तुर्की और सीरिया में कुलमिलाकर 4000 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इसमें से तुर्की में 2921 और सीरिया में 1444 लोगों की जान जा चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह आंकड़ा 20 हजार को पार कर सकता है। तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान तुर्की के झंडे को आधा झुका कर रखा जाएगा।
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