नई दिल्ली। मोर सेक्स कैसे करते हैं, काफी समय तक इसको लेकर लोगों में भ्रम था। तस्वीरें और वीडियो देखने के बाद लोग यह मानने को तैयार हुए कि सच में, मोरनी आंसू पीकर गर्भवती नहीं होती है। ऐसे ही जब बात मगरमच्छ की आती है तो लोगों को इसके बारे में भी कम पता है। कम लोग जानते हैं कि मगरमच्छ कब और कैसे मेटिंग करते हैं। वे आमतौर पर पानी के अंदर संबंध बनाते हैं इसलिए इंसानों के लिए इसे देख पाना मुश्किल होता है। एक सीजन में मगरमच्छ का जोड़ा कई बार संबंध बनाता है। लेकिन एक वायरल वीडियो में कुछ अलग ही सीन दिखाई दे रहा है। वायरल वीडियो में दावा किया गया है कि यह सीन आईआईएम कलकत्ता का है। यह वीडियो कब रिकॉर्ड किया गया पता नहीं। इसमें दिखाई देता है कि मगरमच्छ जैसे दो जानवर खड़े होकर एक दूसरे के गले लग रहे हैं। लेकिन कहानी जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जी हां, ये मगरमच्छ नहीं बल्कि छिपकली हैं।
सोशल मीडिया पर लोग कन्फ्यूज हो गए कि आखिर माजरा क्या है। ट्विटर पर बहुत से लोगों ने इसे पहचान लिया। यह मॉनिटर लिजार्ड (Monitor Lizard) है। इसे बड़ी छिपकली ही समझिए। आईआईएम कलकत्ता के कैंपस में हंस, बत्तख के साथ आपको ये बड़ी छिपकली भी देखने को मिल जाएगी। वीडियो देखने के बाद कुछ लोगों ने माना कि ये दो बड़ी छिपकलियां लड़ रही हैं। किसी ने इसे प्रेम संबंध समझा। कुछ लोग कैंपस प्लेसमेंट का जिक्र कर मौज भी लेने लेगे। एक यूजर ने मौज में लिखा, ‘IIM जाने के बाद तो सबको मिल जाती है।’ दूसरे ने लिखा, ‘प्लेसमेंट के बाद जश्न हो रहा है।’ हालांकि ये मॉनिटर लिजार्ड सच में लड़ रहे थे।जाएंगे
ये छिपकलियां जहरीली नहीं होती हैं। हां, इनके काटने से बैक्टीरिया संक्रमण हो सकता है। खतरनाक कोमोडो ड्रैगन भी एक तरह का मॉनिटर लिजार्ड ही है। कुछ प्रजातियां जहरीली भी होती हैं। बंगाल मॉनिटर के काटने से जान जाने की रिपोर्ट नहीं है। ये करीब 170 सेमी लंबी हो सकती हैं। ये पेड़ पर भी चढ़ सकती हैं। दूर से देखने में ये भले ही मगरमच्छ जैसी लगें लेकिन इनका परिवार छिपकली का है।
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