मुंबई। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन ने एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया है. मराठा आंदोलनकारियों ने आज बीड के माजलगांव तहसील में शरद पवार की पार्टी एनसीपी के विधायक प्रकाश सोलंकी के घर में आग लगा दी. साथ ही उनके दफ्तर और गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की. बड़ी बात यह है कि जब प्रदर्शनकारियों ने घर में आग लगाई, तब विधायक अपने परिवार के साथ अंदर ही मौजूद थे.
इस घटना के बाद एनसीपी विधायक प्रकाश ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि मेरे घर पर मराठा आरक्षण की मांग कर रहे लोगों ने हमला कर दिया और फिर घर में आग लगा दी. जब हमला हुआ, तब मैं घर के अंदर मौजूद था. हालांकि सौभाग्य से मेरे परिवार का कोई भी सदस्य या कर्मचारी इस हमले में घायल नहीं हुआ. हम सभी सुरक्षित हैं. आग के कारण मेरी संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है.
एनसीपी विधायक को क्यों बनाया निशाना?
दरअसल एनसीपी विधायक सोलंकी की एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गई थी, जिसमें वह मराठा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे को लेकर टिप्पणी कर रहे हैं. विधायक की टिप्पणी को लेकर आंदोलनकारी नाराज थे और उन्होंने विधायक के घर में आग लगा दी.
अजित पवार गुट के विधायक हैं प्रकाश सोलंकी
कहा जा रहा है कि आंदोलनकारियों ने जब विधायक के घर पर हमला किया, तब वहां पुलिस भी मौजूद थी. हालांकि अब इलाके में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है. प्रकाश सोलंकी अजित पवार गुट के विधायक हैं. वह बीड की माजल गांव विधानसभा सीट से विधायक हैं.
सुप्रिया सुले ने शिंदे सरकार को ठहराया जिम्मेदार
एनसीपी विधायक के घर पर हमले के बाद अब राजनीति गर्म हो गई है. एनसीपी (शरद पवार गुट) सांसद सुप्रिया सुले ने इस हमले को लेकर शिंदे सरकार पर हमला बोला है. सुप्रिया सुले ने कहा है, ”महाराष्ट्र में जो ट्रिपल ईंजन की सरकार है, ये उनकी विफलता है. आज एक विधायक का घर जलाया जाता है. गृह मंत्रालय क्या कर रहा है और गृह मंत्री क्या कर रहे हैं? ये उनकी जिम्मेदारी है.”
इस घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है, ”मनोज जारांगे पाटिल को इस घटना पर ध्यान देना चाहिए कि यह विरोध क्या मोड़ ले रहा है. यह गलत दिशा में जा रहा है.”