माकपा नेता मोहम्मद सलीम का TMC पर बड़ा हमला : कहा-12 साल में नया नेता नहीं बना पाई तृणमूल कांग्रेस, भाजपा से ला रहे प्रत्याशी
कूचबिहार। पंचायत चुनाव को लेकर जिले में माकपा ने कमर कस ली है। सीपीआईएम ने चुनाव से पहले जिले में कई कार्यक्रम किए हैं। माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने गुरुवार को माकपा के पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में तृणमूल और भाजपा पर कठोर भाषा में हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा और तृणमूल जाति, धर्म के नाम पर वोटरों को भड़का रही हैं। वाम मोर्चा लोगों को एकजुट कर रहा है। जब लोग एकजुट हो रहे हैं तो तृणमूल भाजपा डरी हुई है। जब एकता नहीं तोड़ सकती तो खरीद बिक्री की राजनीति किया जा रहा है। अभिषेक बनर्जी ने एक नव ज्वार का आह्वान किया है लेकिन अब सूखी नदी में ज्वार नहीं आ रहा हैं। इसलिए अंत में जब तृणमूल कार्यालय बंद हो रहा है, कार्यकर्ता मार खा रहे है, तो एक विधायक को दिखाता है और कहता है कि सब आ गया है। ममता बनर्जी निष्पक्ष चुनाव की बात कर रही हैं यह सब झांसा है। तृणमूल कांग्रेस फिर से उठ खड़े होने का प्रयास कर रही है। अब लोग तस्वीरों में जूतों की माला डार रहे हैं। बाद में लोग उसी से पीटेंगे। जैसे किसान नई फसल उगाया करते हैं, वैसे ही हर साल आंदोलन के जरिए नए लड़के और लड़कियां राजनीति में उभरती हैं। 12 साल में नया नेता नहीं बना पाई तृणमूल कांग्रेस? सागरदिघी में तृणमूल का प्रत्याशी भाजपा से आया था। वह तृणमूल कांग्रेस के पड़ोसी विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार थे, उन्होंने भाजपा से प्रार्थना की थी। इन्हें रीसायकल उद्योग (कबाड़ी की दुकान) कहा जाता है। उन्होंने अभिषेक बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘टेंट लगाकर सर्कस दिखाने का कोई फायदा नहीं हुआ।’ इससे अच्छा होता उस टेंट में जैमिनी सर्कस या जम्बू सर्कस वालों के देते तो तृणमूल कांग्रेस के कुछ टिकट बिक जाते। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग सीपीआईएम से चले गए थे वे वापस आ रहे हैं।
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