अहमदाबाद। आखिरी दो गेंदों पर रविंद्र जडेजा के बल्ले से निकले छक्के और चौके के दम पर चेन्नई सुपर किंग्स ने रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंचे वर्षा वाधित फाइनल में गुजरात टाइटंस को पांच विकेट से हराकर रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए पांचवीं बार आईपीएल खिताब अपने नाम किया। मुंबई इंडियंस के बाद अब चेन्नई पांच खिताब जीतने वाली दूसरी टीम बन गई। बारिश के कारण रिजर्व दिन पर खेले गए इस फाइनल का अंत किसी परीकथा से कम नहीं था। जीत के लिए डकवर्थ लुईस प्रणाली के आधार पर चेन्नई को 15 ओवर में 172 रन का संशोधित लक्ष्य मिला। पासा पल- पल पलटता रहा और मोहित शर्मा ने यार्कर की बौछार करके गुजरात की जीत पर लगभग मुहर लगा दी थी, लेकिन जडेजा के इरादे कुछ और ही थे।
चेन्नई को आखिरी दो गेंद पर दस रन की जरूरत थी और पांचवीं गेंद पर जडेजा ने लांग ऑफ पर छक्का जड़ डाला। आखिरी गेंद पर जैसे ही उन्होंने चौका लगाया, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को छोड़कर चेन्नई की पूरी टीम मैदान पर दौड़ पड़ी। संभवत: अपना आखिरी आईपीएल खेल रहे धोनी ने आंखों में आई नमी को छिपाने के लिए आंखें बंद कर ली। बाद में वह जश्न मनाने के लिए टीम के बीच पहुंचे। इससे पहले बी साइ सुदर्शन के 47 गेंद में 96 रन की मदद से गत चैंपियन गुजरात टाइटंस ने 4 विकेट पर 214 रन बनाए। सुदर्शन ने अपनी पारी में 8 चौके और छह छक्के लगाए। उन्होंने महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाकर गुजरात को विशाल स्कोर दिया।
शुभमन गिल 20 गेंद में 39 और रिधिमान साहा अर्धशतक बनाकर आउट हुए। जवाब में चेन्नई की शुरूआत काफी आक्रामक रही और डेवोन कॉन्वे (25 गेंद में 47 रन) तथा रूतुराज गायकवाड़ (16 गेंद में 26 रन) ने पहले विकेट के लिए 39 गेंद में 74 रन जोड़े। अफगानिस्तान के नूर अहमद ने सातवें ओवर में दोनों को पवेलियन भेजकर गुजरात को मैच में लौटाया। अजिंक्य रहाणे 13 गेंद में 27 रन बनाकर मोहित का पहला शिकार बने। दूसरे छोर पर शिवम दुबे को जमने में समय लगा, लेकिन राशिद को दो छक्के जड़कर उन्होंने हाथ खोले। अपना आखिरी मैच खेल रहे अंबाती रायुडू ने आठ गेंद में एक चौके और दो छक्के के साथ 19 रन बनाए।
एक बार फिर मोहित ने 13वें ओवर में लगातार दो गेंदों पर विकेट लेकर गुजरात का पलड़ा भारी कर दिया। रायुडू के आउट होने के बाद मैदान पर उतरे धोनी का खचाखच भरे स्टेडियम में दर्शकों ने जमकर अभिवादन किया, लेकिन वह पहली ही गेंद पर खाता खोले बिना डेविड मिलर को कैच दे बैठे। इसके बाद से गुजरात के गेंदबाज हावी होने लगे और आखिरी दो ओवर में 22 तथा आखिरी ओवर में 14 रन की जरूरत थी। आखिरी ओवर की पहली चार गेंद मोहित ने यॉर्कर डाली और चार ही रन बने, लेकिन वह आखिरी दो गेंदों पर चूके और जडेजा ने गुजरात के हाथ आई जीत छीन ली।
बारिश की वजह से बाधित हुए मैच
गुजरात टाइटंस के 215 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी सीएसके की टीम बिना विकेट गंवाए 0.3 ओवर में चार रन पहुंची थी। ऋतुराज गायकवाड़ 3 गेंदों पर 4 रन और डेवोन कॉनवे बिना खाता खोले नाबाद थे कि भारी बारिश शुरू हो गई। इसके थोड़ी देर बाद बारिश रुकी तो 9.45 बजे पिच का इंस्पेक्शन किया गया, लेकिन ग्राउंड गीला होने की वजह से 11.30 बजे फिर से इंस्पेक्शन किया गया।
सीएसके को मिला 15 ओवर में 171 रन बनाने का लक्ष्य
अंपायर्स ने 11.30 बजे पिच और मैदान का गहनता से निरीक्षण के बाद 12.10 बजे से मैच शुरू करने की बात कहते सीएसके को डक वर्थ लुईस नियम के तहत 15 ओवर में 171 रन का संशाधित लक्ष्य दिया गया। चेन्नई को एक बार फिर उसकी सलामी जोड़ी ऋतुराज गायकवाड़ (23) और डेवोन कॉनवे (27) अच्छी शुरुआत दी। उन्होंने पावर प्ले (4 ओवर) में 52 रन कूट डाले।
नूर अहमद ने एक ही ओवर में दोनों ओपनर को पवेलियन भेजा
सीएसके को 7वें ओवर पहला झटका 74 रन के स्कोर पर लगा। जब ऋतुराज गायकवाड़ सिक्स लगाने के चक्कर में नूर अहमद की गेंद पर राशिद खान को कैच थमा बैठे। ऋतुरात ने 16 गेंदों पर 26 रनों की पारी खेली। नूर की 7वें ओवर की अंतिम गेंद पर डेवोन कॉनवे मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। कॉनवे ने 25 गेंदों पर 47 रन की शानदार पारी खेली।
सीएसके ने 9.1 ओवर में पूरी किए 100 रन
चेन्नई के दोनों सलामी बल्लेबाजों के पवेलियन लौटने के बाद शिवम दुबे (6) और अजिंक्य रहाणे (18) ने पारी को संभाला और 9.1 ओवर में टीम का स्कोर 100 रन पर पहुंचाया। इसके बाद 117 के स्कोर पर सीएसके को तीसरा बड़ा झटका अजिंक्य रहाणे के रूप में लगा। वह महज 13 गेंदों पर 27 रन बनाकर मोहित शर्मा की गेंद पर विजय शंकर को कैच थमा बैठे।
रायडू के रूप में सीएसके का चौथा विकेट 149 के स्कोर पर गिरा। अंबाती रायडू ने 8 गेंदों पर 19 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। फिर खुद कप्तान एमएस धोनी रवींद्र जडेजा से पहले उतरे और डक बनाकर पवेलियन लौट गए। अंतिम ओवर में सीएसके को जीत के लिए 13 रन की दरकार थी। शिवम दुबे 30 और जडेजा 4 रन बनाकर क्रीज पर थे। गुजरात की ओर से मोहित शर्मा अंतिम लेकर आए। अंतत: सीएसके कड़ा संघर्ष करने के बाद यह मुकाबला पांच विकेट से जीत गई। सीएसके का धोनी की कप्तानी में यह पांचवां खिताब है।
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